scorecardresearch
 

Donate Shares: वॉरेन बफेट की राह पर ये दो भारतीय, लिया बड़ा फैसला... जानकर आप भी करेंगे गर्व!

मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) और रामदेव अग्रवाल धर्मार्थ उद्देश्यों के लिए कंपनी की कुल इक्विटी का 10 फीसदी दान करेंगे. भारत में कई ऐसे कारोबारी दिग्गज हैं, जिन्होंने अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा दान में दिया है.

Advertisement
X
मोतिलाल ओसवाल और रामदेव अग्रावल दान करेंगे इतनी रकम.
मोतिलाल ओसवाल और रामदेव अग्रावल दान करेंगे इतनी रकम.

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल के प्रमोटर्स मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) और रामदेव अग्रवाल (Raamdeo Agrawal) ने अपने पांच-पांच इक्विटी शेयरों को दान करने का ऐलान किया है. दोनों ही प्रमोटर्स धर्मार्थ उद्देश्यों के लिए कंपनी की कुल इक्विटी का 10 फीसदी दान करेंगे. कंपनी ने एक फाइलिंग में कहा कि हम एक्सचेंज को सूचित करते हैं कि कंपनी के प्रमोटर्स मोतीलाल ओसवाल और रामदेव अग्रवाल ने पांच-पांच फीसदी इक्विटी शेयर दान करने की प्रतिबद्धता जताई गई है. ये कुल मिलाकर 10 प्रतिशत है. 

Advertisement

कितनी है शेयरों की वैल्यू?

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के प्रमोटर और निदेशक मोतीलाल ओसवाल कंपनी के 73,97,556 इक्विटी शेयर दान करेंगे, जबकि फर्म के प्रमोटर और निदेशक रामदेव अग्रवाल 73,97,556 इक्विटी शेयर बेचेंगे. कंपनी के बयान में कहा गया कि हमारा प्रयास होगा कि दान की पूरी रकम अगले 10 साल में या उससे पहले ही खर्च कर दी जाए. दोनों प्रमोटर्स के शेयरों की कुल वैल्यू 1,210.24 करोड़ रुपये है. 

'आभार व्यक्त करने का तरीका'

रामदेव अग्रवाल ने कहा कि मैं यह देखना चाहूंगा कि दान की राशि हमारे जीवन काल में तय उद्देश्यों के लिए खर्च की जा रही है. क्योंकि इसकी अब अधिक आवश्यकता है. मोतिलाल ओसवाल ने कहा कि भगवान मुझ पर बहुत दयालु हैं. मुझे कई महान परोपकारियों द्वारा निर्मित स्कूलों, कॉलेजों और छात्रावासों में पढ़ाई करने का लाभ मिला है. अब इसे वापस करना मुझे मिले आशीर्वादों के लिए आभार व्यक्त करने का एक तरीका है.

Advertisement

वॉरेन बफेट के नक्शेकदम पर

हाल ही में दिग्गज अमेरिकी वॉरेन बफेट ने पांच फाउंडेशनों को एक सालाना दान दिया था. इसके बाद से उनके द्वारा दान में दी गई रकम की वैल्यू 50 अरब डॉलर के पार चली गई. वॉरेन बफेट ने अपनी ज्यादातर संपत्ति को दान में देने का ऐलान किया हुआ है. अब कहा जा रहा है कि रामदेव अग्रवाल और मोतिलाल ओसवाल भी वॉरेन बफेट के नक्शेकदम पर चल पड़े हैं.

भारत के दिग्गज दानवीर

भारत में कई ऐसे कारोबारी दिग्गज हैं, जिन्होंने अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा दान में दिया है. हुरुन की 2022 की लिस्ट में सबसे बड़े दानदाता एचसीएल टेक्नोलॉजीस के संस्थापक शिव नाडर रहे. उन्होंने 1,161 करोड़ रुपये की संपत्ति दान की है. उनके बाद 484 करोड़ रुपये का दान देकर अजीम प्रेमजी दूसरे और 411 करोड़ रुपये का दान देकर मुकेश अंबानी तीसरे स्थान पर थे.

इस लिस्ट में अगर टॉप-10 की सूची को देखें तो कुमार मंगलम बिड़ला (242 करोड़ रुपये डोनेशन) चौथे, सुष्मिता एंड सुब्रतो बागची (213 करोड़ रुपये डोनेशन) पांचवे, राधा एंड एनएस पार्थसारथी भी (213 करोड़ रुपये डोनेशन) पांचवे, गौतम अडानी (190 करोड़ रुपये डोनेशन) सातवें, अनिल अग्रवाल (165 करोड़ रुपये डोनेशन) आठवें, नंदन नीलेकणि (159 करोड़ रुपये डोनेशन) नौंवे और ए. एम. नाइक (142 करोड़ रुपये डोनेशन) दसवें स्थान पर रहे हैं.  

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement