देश के दिग्गज उद्योगपति और अरबपति नितिन कामथ (Billionaire Nithin Kamath) ने अपने लिंक्डइन अकाउंट पर एक पोस्ट किया है. इसमें उन्होंने अपने ससुर (Father In Law) के साहस की कहानी बयां की है. उनके ससुर शिवाजी पाटिल (Shivaji Patil) भारतीय सेना में शामिल थे और करगिल का युद्ध लड़ा था. युद्ध के दौरान उनके हाथ की उंगलियां कट गई थीं और वे इस दौरान हवलदार के पद से स्वेच्छा से रिटायर हुए थे. आज उनकी उम्र 70 साल की हो चुकी है और वे एक ग्रॉसरी स्टोर चला रहे हैं.
ससुर शिवाजी पाटिल के साथ की तस्वीर शेयर की
Zerodha के को-फाउंडर नितिन कामथ ने उनकी दुकान पर खड़े होकर ससुर के साथ की एक तस्वीर अपनी पोस्ट के साथ शेयर की है. इस तस्वीर में वे बिल्कुल सादा अंदाज में हाफ पेंट पहने हुए दुकान पर बैठे नजर आ रहे हैं. उनके बगल में ससुर शिवाजी पाटिल दुकान के काउंटर पर हाथ रखे खड़े हुए हैं. इस तस्वीर में करगिल युद्ध के दौरान कटी उनकी उंगलियां साफ दिखाई दे रही हैं. अपनी पोस्ट को स्टार्ट करते हुए नितिन कामथ ने लिखा, 'संतुष्टि ही सच्ची स्वतंत्रता का एकमात्र तरीका है. एक व्यक्ति जो इसे मूर्त रूप देता है, वह मेरे ससुर शिवाजी पाटिल हैं.'
सेना से लिया था स्वैच्छिक रिटायरमेंट
कामथ ने आगे बताया कि ससुर शिवाजी पाटिल भारतीय सेना में थे और करगिल युद्ध के दौरान अपनी उंगलियों को खोने के बाद हवलदार से रिटायर हुए थे. इसके बाद उन्होंने बेलगाम में एक किराने की दुकान शुरू की थी. अब वह 70 साल के हो चुके हैं, लेकिन दुकान के लिए किराने का सामान खरीदने के लिए वे आज भी अपने दशकों पुराने स्कूटर पर नियमित रूप से स्थानीय बाजार जाते हैं. उनकी एकमात्र मदद मेरी सास हैं, जो दुकान चलाने और घर संभालने में उनकी मदद करती हैं.
दुकान से इस तरह कमाते हैं प्रॉफिट
उन्होंने आगे लिखा कि मेरी और पत्नी सीमा पाटिल की सफलता के बाद भी ससुर ने अपना काम बंद करने से इंकार कर दिया. जब मैं उनसे दुकान में विभिन्न उत्पादों के मार्जिन के बारे में पूछता हूं, तब भी उनकी आंखों में एक चमक देखने को मिलती है. वह चिक्की पर 25% मार्जिन के बारे में बताते हैं. इसका एक बॉक्स 200 रुपये में आता है और उन्हें अलग-अलग बेचकर वे उस बॉक्स से 250 रुपये कमाते हैं. कामथ के मुताबिक, ससुर शिवाजी पाटिल को मैंने कभी कुछ चाहते या शिकायत करते नहीं देखा, यहां तक कि उन्होंने करगिल युद्ध में अपनी उंगलियां गंवाने के बारे में भी कभी बात नहीं की.
पैसे से संतुष्टि खरीदना मुश्किल
इस पोस्ट में नितिन कामथ (Nithin Kamath) ने अपनी शादी के समय का एक बाकया बताते हुए लिखा है, कि मेरे ससुर ने उस समय मुझे सरकारी नौकरी पाने के लिए मनाने की कोशिश की थी, जब मैंने उनसे 2007 में उनकी बेटी से शादी करने की अनुमति मांगी थी, उस समय मैं भी संघर्ष कर रहा था. इसके साथ ही 1.1 अरब डॉलर की संपत्ति के मालिक नितिन कामथ (Nithin Kamath Net Worth) ने कहा कि मैं अच्छे स्वास्थ्य के साथ अंत तक एक अच्छा जीवन जीने के तरीके के बारे में सोच रहा था. मुझे कोई संदेह नहीं है कि उत्तर संतुष्ट रहना ही है और मानसिक व शारीरिक रूप से सक्रिय होना कभी बंद नहीं करना चाहिए. पैसा इसे कतई नहीं खरीद सकता, और मेरे ससुर शिवाजी पाटिल इसके लिए सबसे अच्छा उदाहरण हैं.
ब्रोकरेज फर्म है जेरोधा
जेरोधा (Zerodha) देश की सबसे बड़ी ब्रोकरेज फर्मों में से एक है. ग्राहकों की संख्या के मामले में इसने अपनी शुरुआत के बाद बड़ी-बड़ी ब्रोकरेज फर्मों को भी पीछे छोड़ दिया. जेरोधा टेक्नोलॉजी आधारित स्टॉक ब्रोकिंग का काम करती है. इसकी शुरुआत साल 2010 में नितिम कामथ और उनके भाई निखिल कामथ ने की थी. यहां बता दें कि ये ये देश की पहली डिस्काउंट ब्रोकरेज फर्म है.
17 साल की उम्र में शेयर मार्केट में एंट्री
जेरोधा का हेडक्वार्टर बेंगलुरु में है. नितिन कामथ के को फाउंडर और CEO हैं . जेरोधा IIFL वेल्थ हुरुन इंडिया 40 और सेल्फ मेड रिच लिस्ट 2020 के तहत सबसे ऊपर है. नितिन कामथ भारत में सबसे कम उम्र में अरबपति बनने वाले लोगों में शामिल है. Nithin Kamath ने महज 17 साल की उम्र में ही स्टॉक मार्केट में एक ट्रेडर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी, नौकरी छोड़कर शेयर बाजार उन्हें भा गया और फिर उन्होंने अपने भाई निखिल के साथ इस ब्रोकरेड कंपनी की स्थापना कर दी. नितिन कामथ की पत्नी सीमा भी जेरोधा में अहम जिम्मेदारी निभाती हैं.