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Oxfam India Report: रिपोर्ट में बड़ा खुलासा- केवल 1% अमीरों के पास 40 फीसदी आबादी से ज्यादा संपत्ति

Oxfam India Report: ऑक्सफैम इंडिया के मुताबिक, साल 2012 से 2021 तक, भारतीय 40 फीसदी आबादी के बराबर दौलत केवल 1 फीसदी के पास ट्रांसफर हो गई. वहीं केवल 3 फीसदी धन ही आबादी के 50 फीसदी हिस्से के पास गया है. इसमें कहा गया कि कोरोना काल में देश के अमीरों की दौलत तेजी से बढ़ी है.

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ऑक्सफैम इंडिया ने जारी की अपनी रिपोर्ट
ऑक्सफैम इंडिया ने जारी की अपनी रिपोर्ट

देश में अमीरों (Indian Rich) की तादाद बढ़ती जा रही है. भारत कुल 166 अरबपतियों (Billionaires) का घर है. ऑक्सफैम इंडिया (Oxfam India) की रिपोर्ट में जो खुलासा किया गया है, उसे सुन आप हैरान रह जाएंगे. दरअसल, इसमें सामने आया है कि देश के महज 21 अरबपतियों के पास इतनी दौलत है, जो देश के 70 करोड़ लोगों से ज्यादा है. रिपोर्ट की मानें तो कोरोना के बाद से बीते साल तक टॉप अरबपतियों ने हर रोज 3000 करोड़ रुपये से ज्यादा की दौलत बनाई है. 

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21 अमीरों की दौलत रोज 121% बढ़ी
Oxfam India Report में बताया गया है कि देश में कोरोना (Corona) का प्रकोप शुरू होने के बाद से बीते साल नवंबर 2022 तक इन अरबपतियों की दौलत (Indian Billionaires Wealth) में रोजाना 121 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई हैं. आंकड़ों को देखें तो इस अवधि में इन 21 अरबपतियों ने हर रोज 3600 करोड़ रुपये की कमाई की है. पहले भी कई ऐसी रिपोर्ट्स सामने आ चुकी हैं, जिनमें कहा गया था कि कोरोना काल में देश के अमीर और अमीर होते गए. इनकी दौलत में रॉकेट की रफ्तार से इजाफा हुआ है. 

1 फीसदी अमीरों के पास 40% संपत्ति
ऑक्सफैम इंडिया के मुताबिक, साल 2012 से 2021 तक, भारतीय 40 फीसदी आबादी के बराबर दौलत केवल 1 फीसदी के पास ट्रांसफर हो गई. वहीं केवल 3 फीसदी धन ही आबादी के 50 फीसदी हिस्से के पास गया है. इसके साथ ही रिपोर्ट में इस बात का जिक्र भी किया गया कि केंद्र सरकार अमीरों की तुलना में गरीबों और मिडिल क्लास लोगों पर ज्यादा टैक्स लगा रही है. साल 2021-22 में जीएसटी का लगभग 64% हिस्सा 50% आबादी से जमा हुआ है. ये रकम है 14.83 लाख करोड़ रुपये. हैरानी की बात है कि सबसे अमीर 10 फीसदी लोगों से जीएसटी का सिर्फ 3 फीसदी हिस्सा आता है.

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अमीरों पर टैक्स लगाने की अपील
ऑक्सफैम की 'सर्वाइवल ऑफ द रिचेस्ट: द इंडिया स्टोरी' शीर्षक वाली रिपोर्ट में ये खुलासा किया गया है. रिपोर्ट की फाइडिंग्स स्विट्जरलैंड के दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में शेयर की जाएंगी. इसके मुताबिक, 2021 में सिर्फ पांच फीसदी भारतीयों के पास देश की कुल संपत्ति का 62 फीसदी हिस्सा था, जबकि बॉटम लेवल के 50 फीसदी के पास महज तीन फीसदी संपत्ति थी. ऑक्सफैम इंडिया के CEO, अमिताभ बेहर ने कहा, 'अब समय आ गया है कि धनी वर्ग पर टैक्स बढ़ाकर उनसे उचित हिस्सा लिया जाए.' उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से आगामी केंद्रीय बजट में संपत्ति टैक्स 'प्रोग्रेसिव टैक्स मेजर्स' को लागू करने की अपील की है. 

देश में अरबपतियों की संख्या 166 पहुंची
देश के अमीरों की दौलत में किस तरह से इजाफा हुआ है, उसका अंदाजा देश के दिग्गज उद्योगपति गौतम अडानी (Gautam Adani) और मुकेश अंबानी की नेटवर्थ (Mukesh Ambani Net Worth) में तेजी देखकर लगाया जा सकता है. बीते साल 2022 में गौतम अडानी दुनिया के अन्य अमीरों की तुलना में सबसे ज्यादा कमाई करने वाले अरबपति रहे. ताजा रिपोर्ट में बताया रिपोर्ट में इस बात की भी जानकारी दी गई है कि 2020 में भारत में कुल अरबपतियों की संख्या 102 थी, लेकिन 2022 में ये आंकड़ा बढ़कर 166 हो चुका था.

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18 महीने देश का खर्च उठा सकते हैं 100 अमीर
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि भारत में टॉप-100 अरबपति ऐसे हैं, जो 18 महीनों तक पूरे देश का खर्च उठाने में सझम हैं. आंकड़ों को देखें तो देश के 100 सबसे अमीरों की कुल नेटवर्थ 660 अरब डॉलर (54.12 लाख करोड़ रुपये) तक पहुंच गई है, जो तकरीबन 18 महीने तक देश की जनता का खर्च उठा सकती है. इसके अलावा रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि अगर भारतीय की कुल संपत्ति पर महज दो फीसदी टैक्स एक बार लगा दिया जाए तो अगले तीन वर्षों के लिए देश में कुपोषित लोगों के पोषण के लिए 40,423 करोड़ रुपये इकठ्ठा हो सकते हैं. 

 

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