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पाकिस्तान के हालात सुधरते नजर नहीं आ रहे हैं. सबसे बड़े आर्थिक संकट (Pakistan Economic Crisis) के दौर से गुजर रहे देश में आटा और गैस की किल्लत की तस्वीरें वीडियो बीते दिनों सुर्खियों में रहे थे. वहीं अब कंगाली की कगार पर खड़े पाकिस्तान के सामने एक और संकट खड़ा हो गया है. दरअसल, यहां अब घी (Ghee) और खाने के तेल (Cooking Oil) के लाले हैं. इंडस्ट्री से जुड़े लोगों ने सरकार को चेतावनी दी है कि महज 30 दिनों तक का ही स्टॉक बचा हुआ है.
बैंकों के ऋण पत्र खोलने की अपील
कोरंगी एसोसिएशन ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (Korangi Association of Trade & Industry) के अध्यक्ष शेख उमर रेहान ने सरकार को जरूरी सामानों की भारी किल्लत के बारे में चेतावनी दी है. 24NewsH DTV की रिपोर्ट में KATI के हवाले से कहा गया है कि अगर बैंकों ने आवश्यक वस्तुओं के आयात के लिए लेटर ऑफ क्रेडिट्स (LCs) या ऋण पत्र नहीं खोले, तो फिर पाकिस्तान को गंभीर घी और खाना पकाने के तेल के संकट का सामना करना पड़ सकता है.
20 से 30 दिनों का बचा है स्टॉक
KATI अध्यक्ष शेख उमर रेहान ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि देश के बैंक बंदरगाह पर उतारे गए माल के दस्तावेजों को क्लीयर करने में विफल हो रहे हैं. इससे ऐसी स्थिति पैदा हो गई है कि सिर्फ 20 से 30 दिनों के भीतर ही देश में घी और खाना पकाने के तेल का संकट गहरा सकता है, जो बदहाली के बीच एक बड़ी चिंता का विषय है. देश में महंगाई दर (Pakistan Inflation) 24.5 फीसदी पर पहुंच चुकी है.
सरकार पर अनदेखी का आरोप
आटा, दूध और रसोई गैस की किल्लत का पहले से सामना कर रहे पाकिस्तान में महीनेभर में Ghee और Cooking Oil की कमी पर अपनी चिंता जाहिर करते हुए शेख उमर रेहान (Sheikh Umer Rehan) ने कहा कि स्थिति बेहद खतरनाक है, लेकिन सरकार इस मुद्दे पर कोई ध्यान नहीं दे रही है. बता दें कि लगातार बढ़ती महंगाई के बीच जनवरी 2023 की शुरुआत में ही घी और खाने के तेल के दामों में 26 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की जा चुकी है.
डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया धराशायी
पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार (Pakistan Forex Reserve) चार अरब डॉलर के नीचे पहुंच चुका है. देश की करेंसी का हाल-बेहाल है और एक डॉलर 260 पाकिस्तानी रुपये (Pakistani Rupee) के बराबर हो गया है. जरूरी सामानों का आयात न कर पाने की स्थिति में देश में खाने पीने से लेकर रोजमर्रा के सामानों तक के लिए मारामारी मची है.
रसोई गैस की बात करें तो देश के कई इलाकों में लोग बिना गैस के गुजर बसर कर रहे हैं और कई स्थानों पर प्लास्टिक के बैग्स में LPG स्टोर की जा रही है. गेहूं की कमी से आटे के दाम 150 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं. आटा ही नहीं बल्कि दूध, चावल, चिकन तक लोगों की पहुंच से दूर हो गया है.