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अपने इतिहास के सबसे बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान (Pakistan Economic Crisis) में हर बीतता दिन जनता पर भारी पड़ रहा है. महंगाई की चौतरफा मार पड़ रही है और ये हर हफ्ते एक नए उच्च स्तर पर पहुंचती जा रही है. बीते 22 मार्च को Pakistan Inflation 47% के स्तर पर पहुंच गई. आटा अब लोगों की पहुंच से दूर होता जा रहा है, तो वहीं प्याज की कीमतों ने लोगों के आंसू निकाल दिए हैं. आइए जानते हैं कंगाल देश के ताजा हालात...
देश की जनता पर महंगाई का हंटर
पाकिस्तान में महंगाई (Pakistan Inflation) का कोहराम जारी है. बीते महीने फरवरी में साप्ताहिक महंगाई दर ने 40% का आंकड़ा पार किया था, वहीं मार्च में बीते सप्ताह ये 47% पर पहुंच गई. देश का विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserve) खत्म होने और आयात न होने के चलते जरूरी सामानों की कमी से जूझ रही जनता पर हर हफ्ते एक नया पहाड़ टूट रहा है. देश की सरकार महंगाई डायन के सामने अपने घुटने टेक चुकी है और लोग पेट की आग बुझाने के लिए लूटपाट और मारपीट तक पर उतारू हैं. इसके कई वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर वारयल हो रहे हैं.
8 चीजों पर सबसे ज्यादा महंगाई की मार
पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टेटिस्टिक्स (PBS) द्वारा जारी सेंसिटिव प्राइज इंडीकेटर (SPI) रिपोर्ट के मुताबिक, देश में खाने पीने की कीमतों में हुई तेज बढ़ोतरी ने महंगाई दर में जोरदार इजाफा किया है. इस बीच 8 चीजों के दाम में सबसे अधिक तेजी देखने को मिली है. इनमें शामिल प्याज की कीमतों में 228%, गैस के दाम में 108%, आटा की कीमतों में 120%, डीजल की कीमतों में 103% और पेट्रोल में 81% तक का इजाफा दर्ज किया गया है.
महंगाई में इस इजाफे के बाद देश में प्याज की कीमत 131 रुपये प्रति किलोग्राम, 10 किलो आटे की बोरी 2,586 रुपये, एक किलो चावल 188 रुपये, अंडे की क्रेट 239 रुपये, मूंग दाल 281 रुपये किलो, आलू 58 रुपये किलो, डीजल 294 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल की कीमत बढ़कर अब 273 रुपये प्रति लीटर के नए स्तर पर पहुंच गई है. ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक, पाकिस्तान में 51 जरूरी सामानों में से 26 के दाम में तेज बढ़ोतरी देखने को मिली है.
IMF से मदद का इंतजार
पाकिस्तान आर्थिक संकट (Pakistan Financial Crisis) से उबरने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से लगातार गुहार लगा रहा है, लेकिन IMF ने अब तक उसे मदद देने के प्रस्ताव पर मुहर नहीं लगाई है. पाकिस्तान को वैश्विक निकाय से 1.1 अरब डॉलर के बेलआउट पैकेज की दरकार है. इस बीच 17 मार्च को देश का विदेशी मुद्रा भंडार 4.598 अरब डॉलर दर्ज किया गया, जो कुछ महीने के लिए ही काफी है.
भारी कर्ज के तले दबा पाकिस्तान
आर्थिक हालात के कारण पाकिस्तान अब तक पूरी दुनिया से अरबों रुपये का कर्ज ले चुका है. देश के ऊपर कुल कर्ज और देनदारी 60 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपये से अधिक है. यह देश की जीडीपी का 89 फीसदी है. वहीं इस कर्ज में करीब 35 फीसदी हिस्सा केवल चीन का है, इसमें चीन के सरकारी वाणिज्यिक बैंकों का कर्ज भी शामिल है. पाकिस्तान पर चीन का 30 अरब डॉलर का कर्ज बकाया है, जो फरवरी 2022 में 25.1 अरब डॉलर था.