कुछ साल पहले 'पीपली लाइव' फिल्म का एक गाना 'महंगाई डायन खाए जात है' काफी मशहूर हुआ था. बीते कुछ दिनों में ना सिर्फ Petrol-Diesel बल्कि PNG-CNG से लेकर नींबू तक ने आम आदमी का 'तेल' निकाल कर रख दिया है. इन सभी की महंगाई ने आम लोगों की जेब का बोझ बहुत बढ़ा दिया है.
बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम
उत्तर प्रदेश समेत 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद 22 मार्च से पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार बढ़ने शुरू हुए. कभी 80 पैसे, कभी 50 पैसे कर करके अब तक इनके दाम में करीब-करीब 10 रुपये प्रति लीटर बढ़ चुके हैं.
अगर सिर्फ दिल्ली के रेट के हिसाब से देखें तो 21 मार्च 2022 को राजधानी में पेट्रोल का भाव 95.41 रुपये प्रति लीटर था. जबकि 15 अप्रैल 2022 को ये दाम 105.41 रुपये प्रति लीटर पर आ गया है. जबकि डीजल के दाम तब 87.67 रुपय प्रति लीटर थे, जो अब 96.67 रुपये प्रति लीटर हो चुके हैं. ये हालात तो दिल्ली की है, वरना मुंबई में पेट्रोल 120.51 रुपये और डीजल 104.77 रुपये प्रति लीटर तक मिल रहा है.
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी के पीछे तर्क ये है कि इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं. वहीं रूस और यूक्रेन के युद्ध ने इसे लेकर आग में घी डालने का काम किया है.
अगर कोई व्यक्ति 22 मार्च से पहले पेट्रोल पर महीने का 2,000 रुपये खर्च कर रहा था. तो अब उसे दिल्ली में उतने ही पेट्रोल के लिए करीब 2,200 रुपये खर्च करने होंगे.
खाना पकाना भी महंगा
महंगाई ने आम आदमी के सिर्फ घर से बाहर निकलने का ही बोझ नहीं बढ़ाया है. बल्कि घर में खाना पकाना भी उसके लिए महंगा हो गया है. 22 मार्च को ही घरेलू एलपीजी सिलेंडर (14.2 Kg LPG Cylinder Price Hike) की कीमत एक झटके में 50 रुपये बढ़ा दी गई. इसके बाद दिल्ली में ये 949.50 रुपये का हो गया, जबकि कोलकाता में सबसे महंगा 976 रुपये का एक सिलेंडर मिलने लगा. ये अक्टूबर 2021 के बाद पहली बार गैस सिलेंडर का दाम बढ़ाया गया था.
ढाबों पर खाना भी महंगा
इतना ही नहीं ढाबों, हलवाइयों और रेस्टोरेंट में इस्तेमाल होने वाले 19 Kg के कमर्शियल गैस सिलेंडर (Commercial LPG Cylinder Price) की कीमत ने तो महंगाई की छलांग लगाई. 1 मार्च को इसकी कीमत 105 रुपये प्रति सिलेंडर, फिर 22 मार्च को 9 रुपये प्रति सिलेंडर और बाद में 1 अप्रैल को 250 रुपये बढ़ चुकी है. इस तरह मात्र दो महीने के अंदर-अंदर इसकी कीमत 364 रुपये जबकि 22 मार्च के बाद 25 दिन के भीतर 259 रुपये बढ़ चुकी है. इसका असर कहीं ना कहीं बाहर खाना खाने वालों पर पड़ रहा है.
PNG भी नहीं रही सस्ती
रसोई गैस सिलेंडर का सस्ता विकल्प पाइप्ड नेचुरल गैस (PNG) को माना जाता था. लेकिन अब इसके दाम भी लगातार बढ़ रहे हैं. ऐसे में पीएनजी से खाना पकाना कब तक सस्ता रहता है, ये देखने वाली बात होगी.
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में पीएनजी की सप्लाई इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड करती है. पिछले महीने 24 मार्च को PNG Price Hike एक रुपये प्रति यूनिट की गई थी. इसके बाद दिल्ली में पीएनजी की कीमत प्रति यूनिट 36.61 रुपये हो गई थी. वहीं 1 अप्रैल को इसकी कीमत में 5.85 रुपये प्रति यूनिट का इजाफा किया गया और उसके बाद इसे 4.25 रुपये प्रति यूनिट और बढ़ाया दिया गया. यानी पीएनजी बीते 25 दिन में ही 10.10 रुपये प्रति यूनिट महंगी हो चुकी है. दिल्ली में अभी ये 45.86 रुपये प्रति यूनिट मिल रही है.
CNG ने भी रुलाया
गैस के नाम पर सिर्फ एलपीजी और पीएनजी ने ही आम आदमी को नहीं रुलाया है. बल्कि पेट्रोल और डीजल का सस्ता विकल्प मानी जाने वाली CNG भी लोगों को 'आंसू गैस' जैसी लगने लगी है.
दिल्ली में मार्च के महीने में 8 तारीख को सीएनजी की कीमत (CNG Price Hike) 50 पैसे प्रति किलोग्राम बढ़ाई थी. तब इसका भाव 57.51 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया था. उसके बाद इसकी कीमतों में कई बार इजाफा किया गया है और 14 अप्रैल 2022 को दिल्ली में इसका भाव 71.61 रुपये प्रति किलोग्राम तक आ गया है. यानी 2 महीने से भी कम वक्त इसकी CNG 14.10 रुपये प्रति किलोग्राम महंगी हो चुकी है.
जबकि महाराष्ट्र सरकार ने 1 अप्रैल से राज्य में CNG और PNG पर वैट की दरों में कटौती की थी. लेकिन अप्रैल महीने में ही इनके दाम दो बार बढ़ चुके हैं. अप्रैल में ही मुंबई में सीएनजी 12 रुपये प्रति किलोग्राम और पीएनजी 9.50 रुपये प्रति यूनिट महंगी हो चुकी है.
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