अगर आपके पास ऐसा कोई मेसेज या ई-मेल आया है, जिसमें 4500 रुपये देकर 10 लाख रुपये के मुद्रा लोन लेने का दावा किया गया है. तो आपको इसके झांसे में नहीं आना चाहिए. केंद्र सरकार की मीडिया एजेंसी PIB ने इसका Fact Check करके बताया है कि इस तरह का एक लेटर वायरल हो रहा है, और ये पूरी तरह से फर्जी है.
दरअसल लोगों के पास एक लेटर पहुंच रहा है, इसमें PM Mudra Yojana की सक्सेस स्टोरी लोगों को बताई जा रही है. साथ ही दावा किया जा रहा है कि वेरिफिकेशन और प्रोसेसिंग फीस के 4,500 रुपये देकर कोई भी व्यक्ति 10 लाख रुपये तक का PM Mudra Loan पा सकता है.
PIB Fact Check का कहना है कि ये लेटर पूरी तरह से फेक है, क्योंकि वित्त मंत्रालय की ओर से ऐसा कोई लेटर जारी नहीं किया गया है.
An approval letter claims to grant a loan of ₹10,00,000 under the 𝐏𝐌 𝐌𝐮𝐝𝐫𝐚 𝐘𝐨𝐣𝐚𝐧𝐚 on the payment of ₹4,500 as verification & processing fees.
#PIBFactCheck
▶️This letter is #Fake.
▶️@FinMinIndia has not issued this letter.
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क्या है PM Mudra Loan
देश में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने PM Mudra Yojana की शुरुआत की थी. वित्त वर्ष 2015-16 के बजट भाषण में इसका ऐलान किया था. इस योजना के तहत बैंकों, एनबीएफसी इत्यादि के माध्यम से सरकार गैर-कॉरपोरेट छोटे कारोबारियों को रेहन-मुक्त ऋण उपलब्ध करवाती है.
इस योजना के तहत सरकार 3 तरह के लोन देती है. शिशु लोन में 50,000 रुपये तक, किशोर लोन में 50,000 रुपये से 5 लाख रुपये तक और तरुण लोन में 5 लाख रुपये से 10 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है.
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