बिजली बचत को बढ़ावा देने के मकसद से सरकारी इकाइयों ने बिजली वितरण कंपनियों के साथ मिलकर नया बिजनेस मॉडल विकसित किया है. इसके तहत लोग एलईडी बल्ब महज 10 रुपये में प्राप्त कर सकेंगे. यह कदम बिजली बचत को लाइट इमिटिंग डायोड (एलईडी) के जरिये बढ़ावा देने की सरकार की योजना का हिस्सा है्.
ऊर्जा मंत्रालय के अधीन आने वाले बीईई और ईईएसएल ने बिजली वितरण कंपनियों के साथ मिलकर यह बिजनेस मॉडल तैयार किया है. इसके तहत बिजली वितरण कंपनियां इस एलईडी बल्ब के इस्तेमाल से जो बचत होगी, उसमें से ईईएसएल को पांच से आठ साल में भुगतान करेंगी.
मंत्रालय के एक बयान के अनुसार इस मॉडल के तहत ईईएसएल थोक में एलईडी बल्ब खरीदेगी और उसे घरों को 10 रुपये में उपलब्ध कराएगी, जबकि एक एलईडी का बाजार मूल्य 400 रुपये है.
मंत्रालय द्वारा गठित ईईएसएल चार सार्वजनिक उपक्रमों एनटीपीसी, पीएफसी, आरईसी और पावर ग्रिड का संयुक्त उद्यम है.
एक एलईडी बल्ब सामान्य बल्ब के मुकाबले उसका 10वां हिस्सा बिजली की खपत करता है जबकि सीएफएल (कॉम्पैक्ट फ्लूरोसेंट लैंप) की तुलना में आधी बिजली खपत करता है.
इस साल अगस्त में ईईएसएल और आंध्र प्रदेश सरकार ने सहमति पत्र पर दस्तखत किए थे.