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RBI MPC Results: बस कुछ देर का इंतजार... पता चलेगा बढ़ने वाली है या घटने जा रही आपकी EMI

RBI MPC Meeting Results : रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास आज सुहब 10 बजे एमपीसी बैठक के नतीजों का ऐलान करेंगे. ये बैठक 6 फरवरी को शुरू हुई थी. इस बार भी उम्मीद जताई जा रही है कि केंद्रीय बैंक रेपो रेट (Repo Rate) को स्थिर रख सकता है.

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आरबीआई गवर्नर करेंगे एमपीसी बैठक में लिए गए फैसलों का ऐलान
आरबीआई गवर्नर करेंगे एमपीसी बैठक में लिए गए फैसलों का ऐलान

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की मीटिंग के नतीजे (MPC Meeting Results) आज सुबह 10 आएंगे. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) बैठक में लिए गए फैसलों के बारे में बताएंगे. पहले से ही उम्मीद जताई जा रही है कि रेपो रेट (Repo Rate) लगातार छठी बार 6.5 पर स्थिर रखा जा सकता है, हालांकि एमपीसी में इसे लेकर क्या फैसला लिया गया है और आपकी ईएमआई (EMI) बढ़ेगी या घटेगी, इसका खुलासा नतीजों के साथ ही होगा. 

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फरवरी 2023 से यथावत है Repo Rate
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने रेपो रेट में आखिरी बार बढडो केंद्रीय बैंक ने आखिरी बार 8 फरवरी, 2023 को रेपो रेट में इजाफा किया था. तब आरबीआई ने इसे 25 बेसिस प्वाइंट या 0.25 फीसदी बढ़ाकर 6.5 फीसदी कर दिया था. तब से लगातार छह MPC बैठक में इन दरों को यथावत रखा गया है और इस बार भी इसमें बदलाव की कम ही संभावना जताई जा रही है. 

बजट के बाद पहली MPC बैठक
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा देश का अंतरिम बजट पेश किए जाने के बाद ये पहली आरबीआई एमपीसी की बैठक है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस बैठक के नतीजों का ऐलान करते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास जहां रेपो रेट को स्थिर रख सकते हैं, तो वहीं उम्मीद जताई जा रही है कि केंद्रीय बैंक अप्रैल से शुरू होने वाले नए वित्तीय वर्ष के लिए ग्रोथ और महंगाई का पूर्वानुमान भी प्रकाशित कर सकते हैं. गौरतलब है कि शक्तिकांत दास ने पहले ही संकेत दिया था कि आने वाले वर्ष में विकास दर लगभग 7 फीसदी रह सकती है, जबकि महंगाई दर औसतन 4.5 फीसदी के आस-पास रहेगी.

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EMI पर ऐसे असर डालता है रेपो रेट
रेपो रेट (Repo Rate) वह दर है, जिस पर किसी देश का केंद्रीय बैंक धन की किसी भी कमी की स्थिति में वाणिज्यिक बैंकों को पैसा उधार देता है. रेपो रेट का उपयोग मौद्रिक अधिकारियों द्वारा इंफ्लेशन को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है. वास्तव में रेपो रेट का असर आम लोगों द्वारा बैंकों से लिए गए लोन (Loan) की ईएमआई (EMI) पर देखने को मिलता है. अगर रेपो रेट में कटौती होती है तो आम लोगों की होम और कार लोन की ईएमआई घट जाती है और अगर रेपो रेट में इजाफा होता है तो कार और होम लोन की कीमतों में बढ़ोतरी हो जाती है. 

Share Market पर भी दिखेगा असर
आमतौर पर आरबीआई की बैठक में लिए जाने वाले फैसलों का असर ना केवल आम लोगों पर पड़ता है, बल्कि शेयर बाजार की भी इस पर पैनी नजर होती है. केंद्रीय बैंक द्वारा किए गए ऐलानों का असर कई कंपनियों या बैंकिंग स्टॉक्स पर साफ दिखाई देता है. इस बार भी ऐसा देखने को मिल सकता है. अब देखना दिलचस्प होगा कि केंद्रीय बैंक के फैसले बाजार में बूम लाते हैं, या फिर गिरावट की वजह बनते हैं. 

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