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'बिग बाजार' पर दांव लगाने के लिए अब मैदान में उतरे अडानी, मुकेश अंबानी से टक्कर!

बिग बाजार (Big Bazar) वाली कंपनी फ्यूचर रिटेल (Future Retail) पर अलग अलग क्रेडिटर्स के 21,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की देनदारी है. अब इस कंपनी के अधिग्रहण के लिए गौतम अडानी और मुकेश अंबानी आमने-सामने हैं. दोनों इसे खरीदने के लिए अपने पेपर जमा कर दिए हैं.

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फ्यूचर रिटेल के अधिग्रहण के लिए गौतम अडानी और मुकेश अंबानी आमने-सामने.
फ्यूचर रिटेल के अधिग्रहण के लिए गौतम अडानी और मुकेश अंबानी आमने-सामने.

एशिया के सबसे अमीर शख्स गौतम अडानी (Gautam Adani) और रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के मालिक अरबपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) एक बार फिर से आमने-सामने हैं. दोनों कर्ज में डूबे फ्यूचर रिटेल लिमिटेड (Future Retail) के अधिग्रहण के लिए मैदान में हैं. रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल मून रिटेल प्राइवेट लिमिटेड, अडानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स और फ्लेमिंगो ग्रुप, रिलायंस रिटेल वेंचर्स के साथ-साथ 13 अन्य फर्मों के बीच एक ज्वाइंट वेंचर ने फ्यूचर रिटेल के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EOI) दाखिल किए हैं.

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फ्यूचर ग्रुप पर कितना कर्ज

फ्यूचर ग्रुप की फ्लैगशिप रिटेल यूनिट फ्यूचर रिटेल के लिए EOI जमा करने की समय सीमा इस महीने की शुरुआत में समाप्त हो गई. फ्यूचर ग्रुप कभी देश का दूसरा सबसे बड़ा रिटेलर फर्म था. बिग बाजार (Big Bazar) वाली कंपनी फ्यूचर रिटेल (Future Retail) पर अलग अलग क्रेडिटर्स के 21,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की देनदारी है. कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया के तहत कंपनी को 33 वित्तीय लेनदारों (Financial Creditors) से दावे मिले हुए हैं. 

कब आएगी फाइनल लिस्ट

फ्यूचर रिटेल के लिए EOI जमा करने के लिए 20 अक्टूबर की समय सीमा निर्धारित की गई थी, जिसे बाद में आगे बढ़ा दिया गया. EOI जमा करने वाली कंपनियों की फाइनल लिस्ट 20 नवंबर को जारी की जाएगी. इसके बाद उन्हें 15 दिसंबर तक एक समाधान योजना पेश करने के लिए कहा जाएगा.

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बड़ी डील कर सकती है रिलायंस

रिलायंस इंडस्ट्रीज रिटेल मार्केट में एक और बड़ी डील कर सकती है.  रिलायंस ने जर्मनी की रिटेल कंपनी मेट्रो कैश एंड कैरी (METRO Cash & Carry) के भारत में फैले कारोबार के अधिग्रहण का प्लान बनाया है.  इस बिग डील से देश के सबसे बड़े रिटेलर रिलायंस रिटेल को B2B सेगमेंट में अपनी मौजूदगी बढ़ाने में मदद मिलेगी.  

5G स्पेक्ट्रम के दौरान आमने-सामने

इससे पहले 5G Spectrum की नीलामी के दौरान दोनों कारोबारी आमने-सामने थे. लेकिन 5G spectrum की रेस में सबसे आगे 88,078 करोड़ रुपये खर्च करके मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनी रिलायंस जियो इंफोकॉम (Reliance Jio) रही थी.

दूसरी तरफ अडानी की कंपनी ने 5जी स्पेक्ट्रम लिए 212 करोड़ रुपये खर्च किए. अडानी समूह की Adani Data Networks Ltd (ADNL) ने 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी में 212 करोड़ रुपये में 20 साल के लिए 26 गीगाहर्ट्ज मिलीमीटर वेव बैंड में स्पेक्ट्रम खरीदा था. 

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