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Rule Change: LPG के दाम घटे... ₹12 लाख तक इनकम टैक्स फ्री, आज से देश में लागू हो रहे ये 5 बड़े बदलाव

Rule Change From 1st April: अप्रैल महीने की शुरुआत हो चुकी है और पहली तारीख से ही देश में कई बड़े बदलाव भी लागू किए जा रहे हैं. एक ओर जहां एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कटौती (LPG Cylinder Price Cut) की गई है, तो वहीं 12 लाख रुपये तक की इनकम तक छूट को लेकर नया टैक्स स्लैब भी लागू किया जा रहा है.

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अप्रैल के पहले दिन देश में लागू हुए कई बड़े बदलाव
अप्रैल के पहले दिन देश में लागू हुए कई बड़े बदलाव

अप्रैल महीने की शुरुआत हो चुकी है और पहले ही दिन से देश में कई बड़े बदलाव (Rule Change From 1st April) भी लागू कर दिए गए हैं. एक ओर जहां ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने LPG Cylinder की कीमतों में कटौती कर राहत दी है, तो वहीं पहली तारीख से नए इनकम टैक्स स्लैब भी लागू कर दिए गए हैं. तहत सालाना 12 लाख रुपये तक कमाने वाले व्यक्तियों को टैक्‍स का भुगतान करने से छूट दी जाएगी. इसके अलावा, वेतनभोगी कर्मचारी 75,000 रुपये की स्‍टैंडर्ड डिडक्‍शन के लिए पात्र होंगे. आइए जानते हैं देश में आज से लागू हुए बड़े बदलावों के बारे में विस्तार से...

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LPG के दाम घटे
आज से अप्रैल महीने की शुरुआत हो गई है और पहले ही दिन एलपीजी सिलेंडर पर बड़ी राहत मिली है. 1 अप्रैल 2025 को ऑयल एंड गैस मार्केटिंग कंपनियों ने LPG Cylinder Price में संशोधन करते हुए कटौती की है. इसके बाद दिल्ली से मुंबई तक सिलेंडर के दाम घट गए हैं. IOCL की वेबसाइट के मुताबिक, 19 किलोग्राम वाले कॉमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम घटाए गए हैं और दिल्ली में ये 41 रुपये, जबकि कोलकाला में 44.50 रुपये तक सस्ता हो गया है. हालांकि, इस बार भी 14 किलोग्राम वाले घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है.  

12 लाख रुपये तक टैक्स फ्री इनकम
नए टैक्स ईयर की शुरुआत के साथ ही 1 अप्रैल 2025 से नए टैक्स स्लैब भी लागू कर दिए गए हैं. बजट 2025 में मिडिल क्‍लास को राहत देते सरकार ने कई बड़े ऐलान किए गए थे, जिसमें टैक्‍स स्‍लैब में बदलाव से लेकर टीडीस, टैक्‍स रिबेट और अन्य चीजें शामिल थीं. वहीं पुराने इनकम टैक्‍स एक्‍ट 1961 की जगह पर नए इनकम टैक्‍स बिल का प्रस्‍ताव रखा था. यह सभी बदलाव 1 अप्रैल 2025 से प्रभावी हो गए हैं. नए टैक्‍स स्‍लैब के तहत सालाना 12 लाख रुपये तक कमाने वाले व्यक्तियों को टैक्‍स का भुगतान करने से छूट दी जाएगी. इसके अलावा, वेतनभोगी कर्मचारी 75,000 रुपये की स्‍टैंडर्ड डिडक्‍शन के लिए पात्र होंगे. इसका मतलब है कि 12.75 लाख रुपये तक की वेतन आय अब टैक्‍स से मुक्त होगी. हालांकि, यह छूट केवल उन लोगों पर लागू होती है जो नया टैक्‍स विकल्‍प चुनते हैं. 

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TDS के नियमों में बदलाव
New Tax Slab के अलावा TDS विनियमों को भी अपडेट किया गया है, जिसमें अनावश्यक कटौती को कम करने और टैक्‍सपेयर्स के लिए कैश फ्लो में सुधार करने के लिए विभिन्न वर्गों में लिमिट बढ़ाई गई है. उदाहरण के लिए, वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज आय पर टीडीएस की सीमा दोगुनी करके 1 लाख रुपये कर दी गई है, जिससे बुजुर्गों के लिए वित्तीय सुरक्षा बढ़ गई है. इसी तरह, किराये की आय पर छूट की सीमा बढ़ाकर 6 लाख रुपये सालाना कर दी गई है, जिससे मकान मालिकों के लिए बोझ कम हो गया है और शहरी क्षेत्रों में किराये के बाजार को बढ़ावा मिल सकता है.

UPS की शुरुआत 
नए टैक्स ईयर की शुरुआत के साथ पहली अप्रैल से केंद्रीय कर्मचारियों को गारंटीकृत पेंशन देने वाली यूनिफाइड पेंशन स्कीम यानी UPS की शुरुआत होने जा रही है. पोर्टल पर आज यानी 1 अप्रैल 2025 से केंद्रीय सरकारी कर्मचारी अप्‍लाई कर सकेंगे. अगर कर्मचारी UPS के तहत पेंशन पाना चाहता है तो उन्‍हें यूपीएस का ऑप्‍शन सेलेक्‍ट करने के लिए क्‍लेम फॉर्म भरना होगा. अगर वे यूपीएस का चयन नहीं करना चाहते हैं तो NPS का विकल्‍प चुन सकते हैं. इसके तहत 23 लाख केंद्रीय कर्मचारियों को UPS और NPS में से कोई एक विकल्‍प चुनना होगा. केंद्र सरकार यूपीएस विकल्प चुनने वाले सभी कर्मचारियों के (बेसिक सैलरी + महंगाई भत्ता) का अनुमानित 8.5% अतिरिक्त अंशदान भी प्रदान करेगी. यूपीएस के तहत न्यूनतम पेंशन 10,000 रुपये प्रति माह होगा, जो यूपीएस द्वारा न्यूनतम दस साल की सर्विस को पूरा करने पर दी जाएगी. 

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बैंक अकाउंट से जुड़ा ये बड़ा चेंज
अप्रैल महीने की पहली तारीख से भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और पंजाब नेशनल बैंक (PNB) समेत अन्य कई बैंक ग्राहकों के सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस से जुड़े नियम संशोधित कर दिए हैं. बैंक द्वारा खाताधारक के मिनिमम बैलेंस के लिए सेक्टर वाइज आधार पर नई लिमिट तय होगी और न्यूनतम बैलेंस खाते में न होने की स्थिति में फाइन लगाया जा सकता है. 

ये बदलाव भी हो रहे लागू
इनके अलावा भी देश में कई बदलाव 1 अप्रैल 2025 से लागू हो रहे हैं. इनमें कई कंपनियों की कार खरीदना महंगा हो रहा है, क्योंकि पहली तारीख से ही इन कंपनियों ने अपने कारों के दाम बढ़ाने का ऐलान किया है. इस इजाफे के पीछे कंपनियों ने इनपुट कॉस्ट और कच्चे माल की कीमतों में इजाफे को वजह बताया है. इसके अलावा ऑपरेशनल कॉस्ट का भी हवाला दिया है. जिन कंपनियों की कारें महंगी हो रही है, उनमें मारुति सुजुकी (4% बढ़ोतरी),  Tata Motors, KIA (3% बढ़ोतरी), Hyundai (3% बढ़ोतरी),  Mahindra (3% बढ़ोतरी) और Renault (2% बढ़ोतरी) शामिल हैं. इसके साथ ही रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई हाईवे पर टोल टैक्स (Toll Tax) की दर भी बढ़ाई जा रही हैं. 

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