इन दिनों सोने का बाजार गर्म है. कीमतें तेजी (Gold Price) से बढ़ रही हैं और 54 हजार के पार पहुंच गई हैं. ऐसे में सरकार मार्केट रेट से कम पर सोना खरीदने का मौका दे रही है. अगर आप गोल्ड में निवेश करना चाहते हैं, तो सोमवार, 19 दिसंबर यानी आज से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम (SGB) 2022-23 की नई सीरीज ओपन हो चुकी है. इस स्कीम के तहत आप मार्केट रेट से कम पर सोना खरीदकर निवेश कर सकते है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम पांच दिन (19 से 23 दिसंबर) खुली रहेगी. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को सरकार की तरफ से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) जारी करता है.
गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस
रिजर्व बैंक ने गोल्ड बॉन्ड के लिए इश्यू प्राइस 5,409 रुपये प्रति ग्राम रखा है. लेकिन इसे 5,359 रुपये प्रति ग्राम की दर से भी खरीदा जा सकता है. इसके लिए आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा. रिजर्व बैंक ने ऑनलाइन आवेदन करने वाले निवेशकों को 50 रुपये प्रति ग्राम पर छूट देने का फैसला किया है. निवेशकों को पेमेंट भी ऑनलाइन करना होगा. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीदने के लिए कैश, डिमांड ड्राफ्ट या फिर नेट बैंकिंग के माध्यम से पेमेंट किया जा सकता है.
कौन कर सकता है निवेश की शुरुआत?
वित्त मंत्रालय ने कहा कि गोल्ड बॉन्ड में निवेश के लिए आवेदन 19-23 दिसंबर तक स्वीकार किए जाएंगे. 27 दिसंबर को बॉन्ड पात्र आवेदकों को जारी किए जाएंगे. गोल्ड बॉन्ड का ईश्यू प्राइस 999 प्योरिटी वाले सोने पर बेस्ड होता है. सरकार ने गोल्ड में निवेश के लिए गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम के तहत सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना की शुरुआत की है.
रिजर्व बैंक समय समय पर नियम और शर्तों के साथ गोल्ड बॉन्ड जारी करता रहता है. इस गोल्ड बॉन्ड की होती है सरकारी गारंटी होती है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम के तहत कोई भी एक ग्राम सोना खरीदकर निवेश की शुरुआत कर सकता है.
कितना खरीद सकते हैं?
किसी भी एक फाइनेंसियल ईयर में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में ज्यादा से ज्यादा 4 किलो सोना खरीदा जा सकता है. अविभाजित हिंदू परिवारों और ट्रस्टों के लिए ये ये लिमिट 20 किलो तय की गई है. आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को बैंकों (स्मॉल फाइनेंस बैंकों और पेमेंट बैंकों को छोड़कर), स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, नॉमिनेटेड डाक घरों और मान्यता प्राप्त एक्सचेंज लिमिटेड के माध्यम से खरीद सकते हैं. सोने (Gold) की फिजिकल मांग को कम करने के इरादे से सबसे पहले सरकारी गोल्ड बॉन्ड योजना नवंबर 2015 में लाई गई थी.