सोमवार को देश के आम लोगों के लिए एक अच्छी खबर आई कि महंगाई (Inflation) कम हो गई. लेकिन इसके एक दिन बाद ही मंगलवार को देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई (SBI) ने अपने ग्राहकों का खर्च बढ़ाकर उन्हें जोरदार झटका दिया. दरअसल, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अलग-अलग अवधि के लोन के लिए एमसीएलआर में 0.15 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है. इस कदम के बाद होम, ऑटो या पर्सनल सभी तरह के Loan महंगे हो जाएंगे. नए लोन लेने वालों के लिए MCLR का बढ़ना अच्छा नहीं है, क्योंकि उन्हें ज्यादा महंगा कर्ज मिलेगा.
सोमवार को आए थे महंगाई के आंकड़े
देश में लंबे समय बाद थोक (WPI) और खुदरा महंगाई (CPI) दर में गिरावट आई है. वहीं इस राहत का एसबीआई ग्राहकों (SBI Custmers) पर खास असर नहीं पड़ा है. दरअसल, एक ओर महंगाई कम हुई, तो दूसरी ओर उनकी जेब का खर्च बढ़ गया है. एसबीआई द्वारा मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स-बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में इजाफा करने के फैसले से बैंक से लोन लेने वाले ग्राहकों को अब पहले से ज्यादा ईएमआई (EMI) चुकानी होगी.
15 नवंबर से लागू नई दरें
भारतीय स्टेट बैंक (State bank of India) की ओर से एमसीएलआर दरें बढ़ाए जाने का असर सभी तरह के लोन पर दिखाई देगा. बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, कर्ज की नई दरें मंगलवार 15 नवंबर 2022 से लागू हो गई हैं. हालांकि, बैंक की ओर से ओवरनाइट यानी एक रात की अवधि के कर्ज पर एमसीएलआर में कोई बदलाव नहीं किया गया है. यह 7.60 फीसदी ही रखा गया है.
एक साल की अवधि पर इतना इजाफा
बदलाव के बाद एक साल की अवधि के लोन के लिए एमसीएलआर 0.10 फीसदी बढ़ गई है और यह 7.95 फीसदी की जगह अब 8.05 फीसदी हो गई है. दो साल की अवधि के लोन के लिए एमसीएलआर पहले के 8.15 फीसदी से 8.25 फीसदी, जबकि तीन साल के लिए दर पहले के 8.25 फीसदी से बढ़ाकर 8.35 फीसदी कर दी गई है. ग्राहकों को ज्यादातर लोन एक साल की MCLR के आधार पर ही दिए जाते हैं. इनमें होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन शामिल हैं.
इस अवधि के लिए दर 0.15% बढ़ी
स्टेट बैंक की ओर से एक नोटिफिकेशन जारी कर दरों में बदलाव की जानकारी साझा की गई है. इसके तहत एक महीने, तीन महीने और छह महीने के टैन्योर के लिए एमसीएलआर दरें 0.15 फीसदी बढ़ाई गई हैं. एक महीने और तीन महीने की अवधि के लोन पर एमसीएलआर 0.15 फीसदी बढ़कर 7.75 फीसदी, वहीं छह महीने की अवधि के लिए 8.05 फीसदी पर पहुंच गई है.