कोलकाता के एक गांव में एक लीटर बोतलबंद पानी केवल 50 पैसे में मिल रहा है. भारत-बांग्लादेश सीमा से 14 किलोमीटर दूर गाईघाटा ब्लॉक (उत्तर 24 परगना जिला) का गांव मधूसुदनकाटी में बाकी सुख सुविधाएं भले ना हो, लेकिन यहां के लोग पैकेज्ड वॉटर ही पीते हैं.
दरअसल, इस इलाके के ज्यादातर गांवों के पानी में आर्सेनिक की मात्रा ज्यादा होने के कारण यहां का पानी पीने लायक नहीं होता. सरकारी नलों में पानी तो आता है, लेकिन वह हर परिवार की जरूरत को पूरा करने के लिए काफी नहीं है. पिछले साल नवंबर से गांव वालों की पीने के पानी की समस्या हमेशा के लिए खत्म हो गई. यहां वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया गया है. इस प्लांट में यहां के दो तालाबों के पानी को प्यूरिफाई करके और बोतल में बंद करके गांववालों को महज पचास पैसे प्रति लीटर की दर से उपलब्ध करवाया जा रहा है.
पचास पैसे में गंगाजल
उत्तर 24 परगना जिले के अलावा नादिया जिले के मायापुर और मुर्शिदाबाद जिले में भी वॉटर प्यूरीफायर प्लांट लगाया गया है. खास बात यह है कि इन दोनों जिलों में
गंगा के पानी को साफ करके इतनी ही कीमत में उपलब्ध करवाया जा रहा है. पश्चिम बंगाल की आर्सेनिक टास्क फोर्स के चेयरमैन केजे नाथ ने कहा, 'लंबे समय तक
आर्सेनिक वाला पानी पीने से कई तरह के कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है.' उन्होंने बताया, 'पश्चिम बंगाल में 1.6 करोड़ ग्रामीण जनसंख्या और 1.2 करोड़ शहरी
जनसंख्या उन इलाकों में रहती है जहां का पानी आर्सेनिक से बुरी तरह दूषित है.' गांव वालों को आर्सेनिक घुला पानी न पीना पड़े इसके लिए सुलभ इंटरनेशनल और फ्रांस
की कंपनी 1001 फॉन्टेंस ने स्थानीय एनजीओ मधुसूदनकाटी कृषक कल्याण समिति के साथ मिलकर बीस लाख रुपये की लागत से गांव में वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया
है. यहां से हर दिन 8,000 लीटर पानी प्यूरीफाई होता है. यूवी तकनीक से साफ किए गए पानी को 'सुलभ जल' नाम से 20 लीटर की बोतल में 10 रुपये प्रति बोतल की
दर से भरकर घर-घर पहुंचाया जाता है.
सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक ने कहा, 'हम महज पचास पैसे प्रति लीटर की दर से पेयजल उपलब्ध करवा रहे हैं. यह मिनरल वॉटर की तरह तो नहीं है लेकिन यह दुनिया में सबसे सस्ता सुरक्षित पेयजल है.'
देशभर में पैर फैलाने का इरादा
पश्चिम बंगाल के तीन जिलों में साफ पानी पहुंचाने की योजना सफल होने के साथ ही सुलभ इंटरनेशनल इसे देश के बाकी हिस्सों में भी ले जाने की तैयारी में है. अगला
पड़ाव बिहार, केरल और तमिलनाडु होगा. देश में अलग-अलग ब्रांड का बोतलबंद पानी 15 से 20 रुपये प्रति लीटर की दर से मिलता है. ऐसे में महज पचास पैसे में साफ
बोतलबंद पानी उपलब्ध करवाने की यह तरकीब बोलतबंद पानी के कारोबार का सारा गणित गड़बड़ा सकती है.