देश में कोविड-19 के बाद से अफोर्डेबल घरों की बिक्री में आ रही गिरावट को लेकर ANAROCK-FICCI के सर्वे में बड़ा दावा किया गया है. Homebuyer Sentiment Survey 2024 के मुताबिक 53 फीसदी लोग सस्ते घरों से खुश नहीं हैं. सर्वे में इस बिक्री के घटने की जो वजहें बताई गई हैं उनमें शामिल हैं.
1. लोकेशन की समस्या जिससे 92 परसेंट अफोर्डेबल घर खरीदार नाखुश हैं.
2. कंस्ट्रक्शन क्वालिटी से 84 परसेंट लोगों को शिकायत है.
3. 68 परसेंट घर खरीदारों को लगता है कि रेजिडेंशियल यूनिट्स बहुत छोटी हैं और परिवार की ज़रूरतें पूरी नहीं कर पाएंगी.
इस घटती डिमांड का असर सीधा नए प्रोजेक्टस पर हुआ है. आंकड़ों के मुताबिक 2024 की तीसरी तिमाही तक कुल प्रोजेक्ट्स में से केवल 17 फीसदी अफोर्डेबल कैटगरी में शामिल थे, जबकि 2021 में किफायती घरों के प्रोजेक्ट्स की हिस्सेदारी 26 फीसदी थी.
कोविड से पहले तो सस्ते रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स का हिस्सा 40 परसेंट तक था. जानकारों के मुताबिक अब लोग 3BHK घरों की तरफ ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं.
2BHK घरों की डिमांड घटी
ANAROCK-FICCI के Homebuyer Sentiment Survey 2024 के मुताबिक 51 फीसदी लोगों को बड़े फ्लैट्स पसंद हैं. जबकि 2BHK की केवल 39 फीसदी लोगों को जरुरत है.
चेन्नई, दिल्ली-NCR, और बेंगलुरु में बड़े फ्लैट्स की मांग ज्यादा है, वहीं मुंबई और पुणे में 2BHK की मांग अभी भी बनी हुई है. खरीदारों की प्राथमिकताओं में एक और बड़ा बदलाव देखने को मिला है. अब लोग अंडर-कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स में भी आसनी से घर बुक करा रहे हैं.
जानिए किस तरह के घर बिक रहे हैं...
सर्वे के मुताबिक 2020 में रेडी-टू-मूव घरों के मुकाबले नए प्रोजेक्ट्स का रेशियो 46:18 था, जबकि अब ये बढ़कर 20:25 हो गया है. इसकी वजह है खरीदारों का प्रमुख डेवलपर्स पर भरोसा बढ़ना जो समय पर प्रोजेक्ट पूरा करने का वादा कर रहे हैं.
इस सर्वे में निवेश को लेकर भी कुछ दिलचस्प जानकारियां सामने आई हैं, जिनके मुताबिक 57 फीसदी निवेशक अब किराए से मिलने वाली इनकम पर फोकस कर रहे हैं.
इसकी वजह बीते 2 साल में प्रमुख क्षेत्रों में किरायों का 70 परसेंट तक बढ़ना है. इसके असर से रियल एस्टेट निवेशक उन इलाकों में निवेश कर रहे हैं जहां अच्छी रेंटल इनकम मिल सके.