टाटा मोटर्स (Tata Motors Share) के शेयर में पैसे लगाने वाले निवेशकों के लिए साल 2024 किसी झटके से कम नहीं रहा है. सोमवार को टाटा मोटर्स से शेयर ट्रेडिंग के दौरान अपने 52 वीक लो के करीब पहुंच गया. शेयर दिसंबर 2023 में 696 रुपये के आसपास था, अब एक बार फिर शेयर गिरकर 717 रुपये पर पहुंच गया है. ऐसे में टाटा मोटर्स के शेयर ने निवेशकों को साल 2024 में निराश किया है.
बता दें, टाटा समूह के शेयरों ने इस साल 8% का निगेटिव रिटर्न दिया है. सालाना आधार पर शेयर ने 0 रिटर्न दिया है, यानी एक साल पहले जिस भाव पर शेयर था, वहीं पर फिर से पहुंच गया है.
टाटा मोटर्स के शेयर में गिरावट के कारण
हालांकि अब शेयर शेयर ओवरसोल्ड जोन में कारोबार कर रहा है, जो इसके 25.8 के RSI को दर्शाता है. 30 से नीचे का RSI का मतलब है कि चार्ट पर शेयर ओवरसोल्ड है. शेयर में शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म दोनों ही लिहाज से कमजोरी का रुख देखने को मिल रहा है. टाटा मोटर्स का शेयर 5 दिन, 10 दिन, 20 दिन, 30 दिन, 50 दिन, 100 दिन, 150 दिन और 200 दिन के मूविंग एवरेज से नीचे कारोबार कर रहा है. शेयर का 52 वीक हाई 1,179 रुपये है.
ऐसे में अब निवेशकों को क्या करना चाहिए? कुछ निवेशक से इस गिरावट से घबरा रहे हैं. वहीं इस गिरावट में टाटा मोटर्स के शेयरों ने कुछ निवेशकों का ध्यान भी आकर्षित किया है, जो इस बहुराष्ट्रीय कंपनी की विकास की क्षमता और उसके व्यवसाय की विविधता को दर्शाता है.
एलकेपी सिक्योरिटीज ने टाटा समूह के स्टॉक को 'Value Buy' बताया है. घरेलू वाणिज्यिक वाहन (CV) की मांग दूसरी छमाही में बढ़ सकती है और कहा कि हाल ही में लॉन्च की गई गाड़ियों से वृद्धि को समर्थन मिलने की उम्मीद है. ब्रोकरेज ने 970 रुपये का नया टारगेट प्राइस दिया है.
स्टॉक्सबॉक्स से जुड़े अमेय रानाडिव के मुताबिक टाटा मोटर्स के शेयर अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर से करीब 40% नीचे ट्रेड कर रहा है. यही नहीं, RSI अब ओवरसोल्ड दिखा रहा है, इसलिए लंबी अवधि का नजरिया लेकर शेयर में खरीदारी की जा सकती है. जहां से 785-815 रुपये का टारगेट देखा जा सकता है.
सेबी पंजीकृत एक्सपर्ट एआर रामचंद्रन के मुताबिक टाटा मोटर्स के शेयर के सामने अब 750 रुपये पर मजबूत प्रतिरोध है. निवेशकों को केवल तभी खरीदना चाहिए, जब दैनिक बंद 810 रुपये के लक्ष्य के लिए उल्लिखित प्रतिरोध से ऊपर हो, अगला सपोर्ट अब 696 रुपये पर है.
टाटा मोटर्स के शेयर में गिरावट के कारण:-
- टाटा मोटर्स के शेयर में इस गिरावट का एक प्रमुख कारण वाहनों की मांग में कमी है. वैश्विक स्तर पर अर्थव्यवस्था में सुस्ती और ऑटोमोबाइल सेक्टर में आ रही चुनौतियों ने कंपनी की बिक्री पर प्रतिकूल असर डाला है. इसके अतिरिक्त, नए उत्सर्जन मानकों और तकनीकी बदलावों के चलते कंपनी को उत्पादन की लागत में बढ़ोतरी का सामना करना पड़ा है.
- कंपनी की वित्तीय स्थिति पर भी दबाव देखने को मिल रहा है. पिछली कुछ तिमाहियों में टाटा मोटर्स के मुनाफे में कमी देखी गई है. इस दौरान कंपनी की उत्पादन लागत बढ़ी है, जबकि बिक्री में अपेक्षित वृद्धि नहीं हो पाई. इस आर्थिक दबाव ने निवेशकों की भावनाओं पर नकारात्मक प्रभाव डाला है, जिससे शेयर की कीमतों में गिरावट आई है.
- वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता के साथ-साथ स्थानीय चुनौतियों ने भी स्थिति को और गंभीर बना दिया है. टाटा मोटर्स को चीन और यूरोप जैसे प्रमुख बाजारों में भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, जिसने उसकी वैश्विक स्थिति को प्रभावित किया है.
(नोट: शेयर बाजार में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें)