भारत में सोने के बिना कोई भी पर्व या त्योहार या फिर शादी-विवाह पूरा नहीं होता. लोग Gold Assets को शुभ मानते हैं. दूसरी ओर, इंवेस्टमेंट पोर्टफोलियो में Gold Assets को शामिल करने से एक तरह का Diversification होता है. फाइनेंशियल प्लानर कुल इंवेस्टमेंट का 10%-20% हिस्सा Gold में इंवेस्ट करने के लिए कहते हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि Gold ना सिर्फ हमें महंगाई को मात देने में मदद करता है बल्कि निवेश के जोखिम को भी कम करता है. आप Sovereign Gold Bond, Gold ETF, सोने की ज्वेलरी या सिक्के या बिस्किट के रूप में इंवेस्ट कर सकते हैं. इंवेस्टमेंट के इन अलग-अलग इंस्ट्रुमेंट के अलग-अलग फायदे-नुकसान हैं. आइए जानते हैं कि इंवेस्टमेंट के लिए आपको Sovereign Gold Bond खरीदना चाहिए या फिर गहने खरीदने चाहिए?