कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि हमारे विरोध को बहिष्कार कहना गलत है, हमनें कभी भी जीएसटी को तमाशा नहीं कहा. हमारी सरकार ही इसे लाई थी, जब सिर्फ एक मुख्यमंत्री ने विरोध किया था, वो सिर्फ नरेंद्र मोदी ने ही किया था. अगर हम भी ऐसा ही करते तो आज जीएसटी लागू ही नहीं होता. रात को जश्न में शामिल ना होना कोई राजनीतिक विरोध नहीं है. आजादी के वक्त ऐसा हुआ था, उसके बाद दूसरी बार आजादी के 25 साल पूरे होने पर फिर बाद में 50 साल पूरे होने पर ऐसा हुआ था. हर बार कांग्रेस शामिल रही है.