सरकार ने कहा था कि कच्चे तेल की कीमतों में कमी आई तो दरें घट सकती हैं. कच्चे तेल की कीमतें एक तिहाई हो गई हैं. इससे तेल निर्यातक देश परेशान हैं और वो उत्पादन में कटौती करके कीमत में गिरावट रोकना चाहते हैं. वहीं ओपेक ने तेल के उत्पादन में कटौती का एलान किया है.