इस वक्त फंडिंग की कमी से जूझ रहे है देश के स्टार्टअप्स के लिए ये कोई नई स्थिति नहीं हैं. इससे पहले जब साल 2016 में देश के स्टार्टअप्स फंड की कमी की वजह से मुश्किल दौर से गुजरे थे, तो उन्हें अपने ऑपरेशन बंद करने पड़े थे. यहां तक की कंपनियों में कर्मचारियों की छंटनी भी हुई थी. छह महीने के भीतर ही करीब 50 से अधिक स्टार्टअप्स पूरी तरह से ठप हो गए थे. लेकिन उस मुश्किल परिस्थिति में भी अर्बन कंपनी ने खुद को संभाल लिया और वो साल 2021 में एक यूनिकॉर्न बनकर उभरी. एक बार फिर से स्टार्टअप्स को फंडिंग जुटाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. शशि तुषार शर्मा के साथ देखिए आज की पॉपुलर न्यूज.