उद्योग और वाणिज्य संगठन फिक्की के प्रमुख हर्षपति सिंघानिया का कहना है कि अंतरिम बजट का केंद्र बिंदु विकास रहा है और इसमें करों में कटौती के संकेत दिए गए हैं जिनसे मांग बढ़ाने में मदद मिलेगी.