आजतक का Positive अभियान
हम सॉफ्टवेयर बनाते हैं, हम घर बनाते हैं
अपने श्रम की बूंदों से हम महानगर बनाते हैं
हमारी मिट्टी में वो ज़रूरी नमी है
जिसने हमें देर तक पकाया है, जुझारू बनाया है
और मां गंगा ने दी है हमें
प्रतिभा को तराशने की निरंतरता
दिमाग़ से जुड़े हर खेल में खोज लीजिए
हम नेता हैं, पत्रकार हैं
राजनीति के जानकार हैं
किसान हैं, वकील हैं
कलाकार हैं
हर पेशे में हम भारी हैं
हम मज़दूर भी हैं
और हर कोने में बैठे अधिकारी हैं
गर्व से कहो हम बिहारी हैं
हां अटक जाते हैं कुछ शब्दों के जेंडर पर
भटक जाते हैं कभी कभी स और श की भूलभुलैया में
पर हम जानते हैं
कि प्रेम की भाषा में उच्चारण का महत्व नहीं होता
हम भोजपुरी की साफ़गोई हैं
अंगिका का आदर हैं
और मैथिली की मिठास हैं
हैं अनगढ़ कुछ मायनों में
पर हम शिष्टाचारी हैं
गर्व से कहो हम बिहारी हैं
हम सूर्य और धैर्य के पुजारी हैं
गर्व से कहो हम बिहारी हैं