लॉकडाउन 5.0 की शुरुआत के साथ ही आज से 200 नई ट्रेनें भी पटरी पर दौड़ने लगेंगी. कुल मिलाकर 230 ट्रेनें यात्रियों के लिए 1 जून से उपलब्ध रहेंगी. इससे पहले 12 मई से 15 जोड़ी राजधानी टाइप की स्पेशल ट्रेनें चल रही हैं. 1 जून से जो ट्रेनें चलेंगी वो सभी मेल और एक्सप्रेस हैं और इन नियमित ट्रेनों को उनके टाइम टेबल के हिसाब से चलाया जाएगा. (Photo: File)
दरअसल अगर आप इन ट्रेनों से सफर करने वाले हैं तो रेलवे की गाइडलाइंस को अच्छी तरह से पढ़ लें. क्योंकि कोरोना वायरस की वजह से रेलवे ने कई तरह के नियमों में बदलाव किए हैं. इसलिए घर से निकलने से पहले वो सभी तैयारियां कर लें, जिससे यात्रा के दौरान आपको किसी तरह की कोई दिक्कतें न हो. (Photo: File)
1. रेलवे का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है. यात्रा के दौरान कोरोना वायरस से कैसे बचें इसकी पूरी तैयारी रेलवे के तरह से की गई है, जिसकी शुरुआत रेलवे स्टेशन पर एंट्री के साथ ही हो जाती है. सभी यात्रियों को प्रवेश के दौरान और यात्रा के दौरान फेस कवर करना यानी मास्क पहनना अनिवार्य होगा. (Photo: File)
2. सभी रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों के स्टेशन के अंदर जाने और बाहर आने के
लिए अलग-अलग गेट होंगे. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा.
कन्फर्म टिकट होने पर ही स्टेशन में दाखिल होने की अनुमति मिलेगी, और
यात्रा की अनुमति होगी. (Photo: File)
3. सबसे खास बात यह है कि यात्री को अपनी ट्रेन के वक्त से 90 मिनट पहले रेलवे स्टेशन पर पहुंचना होगा. स्टेशन पर एक-एक यात्री की जांच के बाद ही एंट्री दी जाएगी. (Photo: File)
4. यात्रियों को रेलवे स्टेशन पर थर्मल स्क्रीनिंग से होकर गुजरना होगा. अगर थर्मल स्क्रीनिंग के दौरान यात्री में कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए गए तो यात्रा की इजाजत नहीं दी जाएगी. इस सूरत में यात्री को किराया रिफंड मिल जाएगा. (Photo: File)
5. किसी भी यात्री से टिकट किराये के साथ खाने-पीने का पैसा नहीं लिया जा रहा है, इसलिए यात्री प्री-पेड भोजन बुक नहीं कर सकेंगे. ई-कैटरिंग की सुविधा भी नहीं होगी. कुछ बेस स्टेशनों पर IRCTC पैसे लेकर खाने-पीने की सुविधा देगा. खाना और पीने का पानी सीलबंद मिलेगा. (Photo: File)
6. रेलवे ने यात्रियों ने अपील की है कि यात्रा के दौरान घर से ही खाने-पीने की चीजें लेकर चलें. ट्रेन में यात्रियों को चादर, तौलिया और कंबल नहीं मिलेगा. ऐसे में साथ लेकर चलें. कंबल की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि एसी कोच में तापमान कंट्रोल रखा जाएगा. (Photo: File)
7. अपने गंतव्य स्टेशन पर पहुंचने के बाद यात्रियों को स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करना होगा, जो वहां के राज्य/केंद्रशासित प्रदेश द्वारा बनाए गए हैं. स्टेशन से घर तक पहुंचाने के लिए राज्य सरकार व्यवस्था करेगी. अगर किसी को क्वारंटीन सेंटर में भेजना है तो यह भी राज्य तय करेगा. (Photo: File)
गौरतलब है कि 1 जून से रेलवे ने सभी ट्रेनों के लिए अग्रिम आरक्षण की अवधि (ARP) को 30 दिन से बढ़ाकर फिर 120 दिन कर दिया है. इसके अलावा करंट और तत्काल टिकट की भी बुकिंग शुरू हो गई है. रेलवे के मुताबिक 1 जून से चलने वाली सभी 230 ट्रेनों में पार्सल और सामान की बुकिंग की अनुमति होगी. (Photo: File)