कोरोना संकट की वजह से म्यूचुअल फंड में निवेश की रफ्तार सुस्त पड़ गई है. आर्थिक संकट की वजह से बड़े पैमाने पर म्यूचुअल फंड के निवेशकों को अपना सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी एसआईपी को रोकनी पड़ गई है या बंद करनी पड़ी है. (Photo: File)
दरअसल, जून 2020 में एसआईपी के जरिये निवेश घटकर 7,927 करोड़ रुपये रह गया है. म्यूचुअल फंड कंपनियों के संगठन एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया यानी एम्फी ने इस बात की जानकारी दी है. (Photo: File)
एम्फी के आंकड़ों के मुताबिक मई में एसआईपी में कुल इन्फ्लो 8,123 करोड़ रुपये था. यानी मई के मुकाबले जून में एसआईपी में इन्फ्लो 2.4 फीसदी गिरावट आई है. यही नहीं, जून का आंकड़ा पिछले 18 महीने में सबसे नीचे है. (Photo: File)
बात दें, कोरोना संकट की वजह से निवेशकों को कुछ म्यूचुअल फंड हाउसेज ने एसआईपी में पॉज की सुविधा दी. यानी अगर निवेशक के पास पैसे नहीं हैं तो वो बंद करने के बजाय कुछ महीने तक SIP टाल सकते हैं. जानकारों का कहना है कि इसी वजह से इन्फ्लो में कमी आई है. (Photo: File)
एम्फी के मुताबिक अगले 2 से 3 महीनों में हालात फिर सामान्य हो सकते हैं. वहीं जून में इक्विटी फंडों में कुल एसआईपी का इन्फ्लो 95 फीसदी घटकर 241 करोड़ रुपये रहा. जबकि मई में यह 5,257 करोड़ रुपये था. (Photo: File)
आंकड़ों के मुताबिक निवेशकों जून में निवेशकों ने मल्टी कैप फंड से 777.60 करोड़ रुपये की निकासी की है. जबकि लॉर्ज कैप से 212 करोड़ रुपये की निकासी की है. हालांकि इस दौरान ईएलएसएस और सेक्टरल और फोकस्ड फंड्स में थोड़ी बढ़ोतरी देखने को मिली है. (Photo: File)
क्या है SIP
सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) म्यूचुअल फंड में निवेश का एक तरीका है. इसके जरिये निवेश करने पर अच्छा रिटर्न पाना आसान हो जाता है. म्यूचुअल फंड में निवेश का रास्ता बेहद आसान है. SIP के जरिए किसी भी डायवर्सिफाइड म्यूचुअल फंड में निवेश किया जा सकता है. (Photo: File)