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कोरोना

एमपी के इस अस्पताल में हर किसी का चहेता क्यों बना है लॉकडाउन'?

एमपी के इस अस्पताल में हर किसी का चहेता क्यों बना है लॉकडाउन'?
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कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन से जहां एक ओर जनजीवन प्रभावित हो रहा है वहीं दूसरी ओर इस प्रतिकूल समय को भी जीवन भर याद रखने की कोशिश लोग कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां मध्यप्रदेश के श्योपुर में एक दंपति ने अपने नवजात शिशु का नाम ही लॉकडाउन रख दिया है.
एमपी के इस अस्पताल में हर किसी का चहेता क्यों बना है लॉकडाउन'?
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श्योपुर जिले के गांव बछेरी में रहने वाले रघुनाथ माली की 24 साल की पत्नी मंजू को लेबर पेन होने पर सोमवार की सुबह शहर के एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था.
एमपी के इस अस्पताल में हर किसी का चहेता क्यों बना है लॉकडाउन'?
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हॉस्पिटल में प्रसव के बाद मंजू ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया. इससे पहले इस दंपति की एक तीन साल की बच्ची भी है. यही वजह रही कि दूसरी संतान पुत्र के रूप में होने और वर्तमान के लॉकडाउन को यादगार बनाने के लिए दंपति ने अपने नवजात पुत्र का नाम लॉकडाउन ही रख लिया.
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हॉस्पिटल में हालात यह थे कि दिन भर जो भी बच्चे को देखने आ रहा था, उसने नवजात बच्चे को लॉकडाउन के नाम से ही पुकारा.
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नवजात शिशु लॉकडाउन के परिजनों का मानना है कि देश के प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर जो निर्देश दिए है, उनका सभी लोग पालन करें. बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए 25 मार्च से 14 अप्रैल तक 21 दिन का लॉकडाउन देश में जारी है. (Demo Photo: PTI)
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