लगता है कोरोना वायरस इतनी आसानी से दुनिया छोड़कर नहीं जाएगा. अब ब्राजील में कोरोना वायरस के दो नए वैरिएंट सामने आए हैं. अब इन दोनों वैरिएंट से संबंधित मामले ब्रिटेन तक पहुंच गए हैं. ब्रिटेन में ब्राजील से आए कोरोना के दोनों वैरिएंट से छह लोग बीमार पड़ चुके हैं. तीन इंग्लैंड में और तीन स्कॉटलैंड में. अब ब्रिटन में सरकार और प्रशासन उन लोगों की तलाश में जुटी है जो इन छह लोगों के संपर्क में आए थे. (फोटोः रॉयटर्स)
ब्राजील से जो दो कोरोना वैरिएंट ब्रिटेन पहुंचे हैं, उनका नाम P1 और P2 है. P1 कोरोना वैरिएंट सबसे पहले जापान में मिला था. जापान से लोग ब्राजील में अमेजन नदी कि किनारे बसे शहर मानाउस पहुंच गए. पिछली साल अप्रैल में इसी इलाके में सबसे बड़ी कोरोना लहर आई थी. इस इलाके अक्टूबर में 76 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी मिली थी. (फोटोः रॉयटर्स)
हैरानी की बात तो ये हुई कि इस साल जनवरी में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे. जो लोग पुराने कोरोना से ठीक हो चुके थे, वो वापस बीमार पड़ने लगे. जांच की गई तो पता चला कि जापान से आया P1 कोरोना वैरिएंट ब्राजील में बदलकर P2 बन चुका है. इसने ब्राजील में तेजी से अपना पैर पसार लिया. इसके म्यूटेशन की वजह से लोगों में गंभीर स्थिति हो गई थी. (फोटोः रॉयटर्स)
यूके न्यू एंड इमर्जिंग रेस्पिरेटरी वायरस थ्रेट्स एडवाइजरी ग्रुप (Nervtag) ने P1 को चिंताजनक और खतरनाक कोरोना वैरिएंट बताया है. यह ब्रिटेन के केंट (Kent) और B118 की तरह ही संक्रामक है. साथ ही साथ इस पर दुनिया में इस समय उपयोग में लाई जा रहीं कोरोना वैक्सीन असरदार नहीं होंगी. (फोटोः रॉयटर्स)
यूके न्यू एंड इमर्जिंग रेस्पिरेटरी वायरस थ्रेट्स एडवाइजरी ग्रुप (Nervtag) के मुताबिक P1 वैरिएंट में 17 खास तरह के अमीनो एसिड्स, तीन जेनेटिक मटेरियल खत्म हुए हैं, 4 म्यूटेशन हुआ है और एक 4nt इंसर्शन है. इतने ज्यादा भयानक बदलाव आजतक किसी और कोरोना वायरस वैरिएंट में नहीं देखे गए. P1 वैरिएंट K417T, E484K और N501Y तीनों वैरिएंट के साथ मिलकर लोगों को संक्रमित कर रहा है. (फोटोः रॉयटर्स)
P1 का E484K वैरिएंट ज्यादा डराने वाला है. दक्षिण अफ्रीका में मिला कोरोना वैरिएंट इससे काफी कुछ मिलता जुलता है. इतना ही नहीं टेंशन वाली बात ये है कि केंट (Kent) कोरोना वैरिएंट ने भी खुद को E484K में बदल लिया है. यानी और ज्यादा शक्तिशाली और खतरनाक हो गया है. अब केंट वैरिएंट इस म्यूटेशन के बाद कई कोरोना वैक्सीन को धोखा दे सकता है. (फोटोः रॉयटर्स)
अब लोगों को ये डर लगा रहा है कि कहीं P1 यूरोप में महामारी का रूप न ले ले. अभी तक P1 के मामले कम आए हैं. कुल 6 मामले ही सामने आए हैं. 3 इंग्लैंड में और 3 स्कॉटलैंड में. लेकिन पुराने कोरोना वायरस की वजह से बरती जा रही सख्ती की वजह से नया कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से फैल नहीं पा रहा है. (फोटोः रॉयटर्स)
हालांकि, वैज्ञानिकों और हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि P1 वैरिएंट के संक्रमण का पता लगा पाना बेहद मुश्किल है. क्योंकि ये किस वैरिएंट के साथ मिलकर लोगों को संक्रमित करेगा, ये बता पाना मुश्किल है. ये किसी भी कोरोना वैरिएंट के साथ लोगों को संक्रमित करने के बाद और खतरनाक म्यूटेशन के लिए शरीर को मजबूर कर देता है. (फोटोः रॉयटर्स)