कोरोना वायरस के पूरी दुनिया में जारी प्रकोप के बीच मानवतावाद और राष्ट्रवाद के बीच टकराव बढ़ने लगा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कनाडा को मास्क निर्यात पर बैन लगाने के फैसले पर कनाडाई लोगों ने नाराजगी जाहिर की है. कनाडा ने अमेरिका को ये भी याद दिलाया कि 9/11 के हमले के वक्त उनके देश ने हजारों अमेरिकी यात्रियों को अपने यहां शरण दी थी.
कनाडा के एक प्रांत से कंजरवेटिव पार्टी के नेता ने अमेरिका के रुख की तुलना करते हुए कहा कि ये ऐसा है जैसे कि परिवार का एक सदस्य भरपेट खाना खा रहा हो और दूसरा भूखा मर रहा हो. कनाडा के एक अन्य प्रीमियर ने ट्रंप को 1939 और 1940 की याद दिलाते हुए कहा कि जब अमेरिका चुप्पी मारे बैठा था तो कनाडा वैश्विक फासीवाद के खिलाफ लड़ाई का हिस्सा बन चुका था.
कनाडा के नागरिक अपने पड़ोसी और लंबे वक्त के सहयोगी अमेरिका के इस रुख को लेकर निराशा जाहिर कर रहे हैं. ट्रंप ने यूएस से मास्क ले जा रहे जहाजों को रोक दिया है ताकि अमेरिका में इसकी कमी ना पड़े. कनाडा के हेल्थ वर्करों को मास्क की सख्त जरूरत है ताकि वे कोरोना संक्रमण से खुद को बचा सकें.
न्यूफाउंडलैंड के प्रीमियर ड्वाइट बॉल ने कहा कि मानवतावाद का सबसे बड़ा सबक यही है कि मुश्किल वक्त में आप इंसानियत ना छोड़ें. बॉल ने कहा, ये कहना कि मैं सिर्फ राष्ट्रपति ट्रंप के फैसले से बेहद गुस्से में हूं, सही नहीं है. मैं एक सेकेंड के लिए भी यकीन नहीं कर पा रहा हूं कि संकट की घड़ी में ट्रंप कनाडा को मेडिकल सप्लाई बैन करने के बारे में सोच भी सकते हैं.
बॉल ने कहा, 2001 में यूएस पर हुए हमले के बाद बिना किसी चेतावनी के 200 फ्लाइटें कनाडा की तरफ डायवर्ट कर दी गई थीं और 6600 से ज्यादा अमेरिकी यात्री, 10000 की आबादी वाले न्यूफाउंडलैंड के गैंडर प्रांत में उतरे थे.
बॉल ने कहा, फ्लाइट के क्रू से यहां के होटल भर गए थे, यात्रियों को स्कूल, फायर स्टेशन और चर्च हॉल ले जाया गया था. कनाडा के स्टोर्स ने कंबल, कॉफी मशीन और बहुत सी सामग्री दान की. स्थानीय लोगों ने अमेरिकियों को खाना, कपड़े, शॉवर और खिलौने दिए. लोगों को फ्री में अपने घरों में कॉल करने दिया गया.
उन्होंने कहा, चाहे कुछ भी हो जाए, न्यूफाउंडलैंड और लैब्राडोर कभी भी इंसानियत का साथ नहीं छोड़ेंगे. हमने 9/11 पर जो किया, उसे दोहराने के लिए एक सेंकेड भी नहीं सोचेंगे.
गैंडर के पूर्व मेयर क्लॉड एलियॉट ने भी अमेरिका के रुख को लेकर निराशा जताई. उन्होंने कहा, मैं समझता हूं कि अमेरिका एक बेहद नाजुक मोड़ से गुजर रहा है, खासकर न्यू यॉर्क में हालात भयावह हैं. उन्हें मेडिकल सप्लाई की सख्त जरूरत है लेकिन हम एक ऐसे दुश्मन से लड़ रहे हैं जो सिर्फ एक देश नहीं है बल्कि पूरी दुनिया में फैला है. जब हम त्रासदी से गुजर रहे हों तो हमें एक-दूसरे की मदद करने की जरूरत है.
कनाडा में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के 16000 से ज्यादा मामले और इससे 300 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं. वहीं अमेरिका में संक्रमण के 3.5 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं.