अभिनव ने अपने पत्र में गरीबों की दुर्दशा के बारे में चिंता जताते हुए कहा है कि यह स्वास्थ्य आपातकाल निश्चित रूप से वित्तीय आपातकाल का कारण बनेगा, जिसके कारण भिखारी, मजदूर आदि भुखमरी के कगार पर होंगे. इस तालाबंदी से छोटे उद्योग, कारखाने, व्यवसाय बंद हो सकते हैं. कोई व्यवसाय नहीं होने के कारण बेरोजगारी बढ़ सकती है.'