अपनी कोरोना वैक्सीन के फेज-3 ट्रायल को पूरा किए बिना ही चीन वैक्सीनेशन प्रोग्राम को विस्तार देने जा रहा है. अब देश में बड़े पैमाने पर लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी. हालांकि, बिना पुख्ता रिजल्ट और हड़बड़ी में बड़ी आबादी को वैक्सीन देने के फैसले को एक्सपर्ट खतरनाक बताते हैं.
फाइनेंशियल टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, चीन की वैक्सीन उत्पादक कंपनियां खतरनाक रास्ते से चलते हुए दुनिया के वैक्सीन बाजार पर हावी होना चाहती है. पिछले महीने ही चीनी कंपनी सिनोफार्म ने दुनिया को चौंकाते हुए ऐलान किया था कि लाखों चीनी लोगों को पहले ही वैक्सीन दी जा चुकी है.
जुलाई में चीन की सरकार ने दो कोरोना वायरस वैक्सीन के सीमित उपयोग की इजाजत दी थी जिनके फेज-3 ट्रायल अभी पूरे नहीं हुए हैं. ऐसा समझा जाता है कि चीन में हेल्थ वर्कर्स, सरकारी कर्मचारी और हाई रिस्क एरिया में ट्रैवल करने वाले लोगों को शुरुआत में वैक्सीन की खुराक दी गई.
अब चीन अपने वैक्सीन प्रोग्राम को विस्तार दे रहा है और बड़ी आबादी को वैक्सीन लगाने जा रहा है. जबकि एक्सपर्ट इसे काफी खतरनाक रणनीति बताते हैं. हालांकि, वैक्सीन के वैश्विक बाजार में पहुंचने की जल्दी की वजह से चीन ऐसा फैसला कर रहा है.