देश में एक तरफ कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं, दूसरी तरफ देश में लॉकडाउन का डर भी सताने लगा है. महाराष्ट्र में बुधवार से लॉकडाउन जैसी पाबंदियां ही लगने जा रही हैं. इससे पहले ही महाराष्ट्र में काम करने वाले लोगों को देश में होने वाले पूरे लॉकडाउन का डर सताने लगा है. यही वजह है कि नौकरी करने मुंबई पहुंचे लोग वापस यूपी-बिहार की तरफ लौटने लगे हैं. (Photo credit: PTI)
महाराष्ट्र में यह लॉकडाउन 15 दिन यानी 30 अप्रैल तक चलेगा. कठोर प्रतिबंधितों की वजह से यहां रहने वाले प्रवासी मजदूरों में एक बार फिर पिछले साल जैसी भगदड़ की स्थिति बन गई है. मुंबई में बाहर से आकर काम करने वाले लोग किसी भी हालत में अपने स्थाई घर में पहुंचना चाहते हैं जिससे कि उन्हें लॉकडाउन लगने पर फिर से मुसीबतों का सामना न करना पड़े. (Photo credit: PTI)
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में बुधवार रात 8 बजे से सख्त पाबंदियां लागू होंगी. आज से 'ब्रेक द चेन' अभियान शुरू होगा. महाराष्ट्र में जरूरी सेवाएं छोड़कर सभी सेवाओं पर रोक लगा दी गई है. (Photo credit: PTI)
सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि 15 दिन तक केवल जरूरी सेवाएं जारी रहेंगी. बिना जरूरत कहीं भी आना-जाना बंद रहेगा. पूरे राज्य में धारा 144 लागू रहेगी. (Photo credit: PTI)
8 फरवरी 2021 को प्रवासी मजदूरों के पलायन पर लोकसभा में सवाल पूछा गया था. जिसके जवाब में श्रम मंत्री संतोष सिंह गंगवार ने बताया था कि लॉकडाउन की वजह से देशभर के 1.14 करोड़ से ज्यादा प्रवासी मजदूर अपने घर लौटे हैं. इनमें सबसे ज्यादा 32.49 लाख मजदूर उत्तर प्रदेश के थे, जो वापस लौटे थे. दूसरे नंबर पर बिहार था, जहां के 15 लाख से ज्यादा मजदूर वापस लौट आए थे. (Photo credit: PTI)
राज्य में 15 दिन तक धारा 144 लागू रहेगी. बिना जरूरत के कहीं भी आना जाना बंद रहेगा. सिनेमा हॉल, थिएटर, एम्यूजमेंट पार्क, वीडियो गेम पार्लर आदि बंद रहेंगे. जिम, स्वीमिंग पूल, क्लब और स्पोर्ट कॉम्पलेक्स बंद रहेंगे.
फिल्म, एड और टीवी सीरियल सभी की शूटिंग बंद रहेगी. स्पा, सलून, ब्यूटी पार्लर आदि बंद रहेंगे. सभी धार्मिक स्थल बंद रहेंगे. सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे. धार्मिक, पॉलिटिकल और सामाजिक गतिविधियों की इजाजत नहीं होगी. (Photo credit: PTI)