कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया की आर्थिक, सामाजिक, स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को चरमरा दिया है. कई देशों की तो इतनी बुरी हालत है कि उनके यहां लोगों को खाने को भी नहीं मिल रहा है. आर्थिक स्थिति साल 2008 की मंदी से भी बुरी है. सबसे ज्यादा बुरी हालत दुनिया के सबसे ताकतवर देश की है यानी अमेरिका की. अमेरिका में बड़े पैमाने पर रोजगार का नुकसान हुआ है. लोगों के पास पैसे नहीं, इसलिए वो ठीक से खाना भी नहीं खा पा रहे हैं. (फोटोःगेटी)
भूख को लेकर काम करने वाली संस्था फीडिंग अमेरिका (Feeding America) ने हाल ही में एक खुलासा करके पूरी दुनिया को हैरत में डाल दिया है. फीडिंग अमेरिका की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल के अंत यानी दिसंबर के अंत तक अमेरिका में पांच करोड़ से ज्यादा लोगों को दो जून की रोटी नसीब नहीं हो रही है. यहां हर छठा शख्स भूखा रहने को मजबूर है. (फोटोःगेटी)
सिर्फ बड़े ही नहीं, इस महामारी की सबसे बड़ी मार बच्चों पर भी पड़ी है. अमेरिका में हर चौथा बच्चा भूखा रह रहा है. साल 2019 के जून महीने से ही अमेरिका में रोजगार की दिक्कत आने लगी थी. कोरोना की वजह से लोगों की नौकरियां चली गईं. इसलिए लोगों को खाने की कमी होने लगी थी. (फोटोःगेटी)
कोरोना महामारी की शुरुआत से अब तक अमेरिका में कोरोना से पहले की तुलना में दो गुना जरूरतमंद लोग बढ़े हैं. इन जरूरतमंद लोगों में बेरोजगार और भूखे लोग ज्यादा हैं. वहीं जिन जरूरतमंद परिवारों में बच्चे हैं, उनकी संख्या तीन गुना बढ़ गई है. (फोटोःगेटी)
फीडिंग अमेरिका की रिपोर्ट के अनुसार उसके नेटवर्क के जरिए पूरे देश में औसतन हर महीने 54.8 करोड़ खाने के पैकेट्स बांटे गए हैं. जबकि, महामारी से पहले भूखे लोगों के लिए लगभग इससे आधे खाने के पैकेट बांटे जाते थे. अमेरिका के मुख्य त्योहार क्रिसमस में फीडिंग अमेरिका 5000 लोगों को खाना खिलाती थी. महामारी वाले क्रिसमस में इस बार 8500 लोगों को खाना खिलाना पड़ा है. (फोटोःगेटी)
अमेरिका में सबसे बुरी हालत ब्लैक, एशियन और लैटिन-अमेरिकी लोगों की है. हालांकि, अमेरिकी लोग एकदूसरे की मदद कर रहे हैं. सामुदायिक स्तर पर लोगों के लिए फ्रिज, कॉफी मशीन, खाना आदि की सुविधाएं दी जा रही हैं. साथ ही सोशल मीडिया पर लोगों से और खाना मुहैया कराने की अपील की जा रही है. (फोटोःगेटी)
अमेरिका में कई ऐसी संस्थाएं हैं जो पूरे देश के लोगों से पैक्ड खाना मंगाकर इन फ्रिजों में रख देती हैं. जिसे भूख लगती है वह इनमें से खाना निकालकर खा लेता है. न्यूयॉर्क फूड बैंक ने महामारी के दौरान अब तक 7.7 करोड़ खाने के पैकेट्स बांटे हैं. जबकि, यह बैंक सामान्य वर्षों में एक करोड़ खाने के पैकेट्स बांटता है. (फोटोःगेटी)