'यूनिवर्सिटी ऑफ ग्लासगो सेंटर
फॉर वायरस रिसर्च' की प्रोफेसर मार्गरेट हॉसी भी उस टीम का हिस्सा थीं,
जिसने बिल्ली के ऊपर ये रिसर्च किया है. उन्होंने बताया कि हॉन्गकॉन्ग,
बेल्जियम, फ्रांस, जर्मनी, स्विट्जरलैंड, स्पेन और अमेरिका में ऐसे बहुत कम
मामले देखे गए हैं जब घर में रहने वाले पालतू जानवर भी कोरोना पॉजीटिव
पाए गए हैं.