दुनिया का पहला 'कोरोना वायरस पासपोर्ट' बुधवार को ब्रिटेन में लॉन्च किया जा रहा है. कोरोना वायरस पासपोर्ट वाले लोगों को एक देश से दूसरे देश जाने की आजादी होगी और उन्हें नए देश में क्वारनटीन भी नहीं होना होगा. ब्रिटेन में फिलहाल इस पासपोर्ट को शुरू किया जा रहा है और अमेरिकी सरकार भी इसका समर्थन कर रही है. (प्रतीकात्मक फोटो)
सबसे पहले यूनाइटेड एयरलाइंस और कैथे पैसिफिक में सफर करने वाले वॉलेंटियर्स पर नए पासपोर्ट का ट्रायल किया जाएगा. ट्रायल के दौरान लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट और न्यूयॉर्क के नेवार्क लिबर्टी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गुजरने वाले यात्रियों को इसका लाभ मिलेगा. (प्रतीकात्मक फोटो)
वॉलेंटियर करने वाले यात्रियों को अपना कोरोना वायरस टेस्ट रिजल्ट एक वेबसाइट पर यात्रा से 72 घंटे पहले अपलोड करना होगा. अगर कोरोना वायरस पासपोर्ट स्कीम सफल साबित होती है तो इससे अन्य देशों में भी यात्रियों को लाभ मिल सकता है.
नई स्कीम का उद्देश्य एक ऐसी व्यवस्था बनाना है कि जिसके तहत सरकार और एयरलाइन्स लोगों के कोरोना वायरस टेस्ट रिजल्ट पर भरोसा कर सकें. बुधवार से शुरू हो रहे ट्रायल की निगरानी अमेरिका की प्रमुख स्वास्थ्य संस्था सीडीसी भी कर रही है.