scorecardresearch
 
Advertisement
कोरोना

कोरोना से परेशान हुआ नीदरलैंड तो भारत की जांच तकनीक में दिखाई रुचि

भारत की इस जांच तकनीक में नीदरलैंड ने दिखाई रुचि
  • 1/5

कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया में जारी है. तमाम देश इसकी वैक्सीन को लेकर काम कर रहे हैं. कुछ वैक्सीन का ट्रायल तो अंतिम चरणों में है. भारत में भी इसको लेकर तमाम प्रयास जारी हैं. इसी बीच भारत की एक जांच तकनीक में नीदरलैंड ने रुचि दिखाई है.

भारत की इस जांच तकनीक में नीदरलैंड ने दिखाई रुचि
  • 2/5

दरअसल, वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) द्वारा कोरोना की जांच के लिए विकसित की गई फेलूदा तकनीक के प्रति रुचि दिखाई है. CSIR के महानिदेशक शेखर मांडे ने मंगलवार को यह जानकारी दी. मांडे ने कहा कि नीदरलैंड अपनी कोरोना वायरस जांच क्षमता बढ़ाना चाहता है.

भारत की इस जांच तकनीक में नीदरलैंड ने दिखाई रुचि
  • 3/5

पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नीदरलैंड ने CSIR से संपर्क किया है. मांडे ने कहा कि उन्होंने हमें पत्र लिखकर फेलूदा जांच के प्रति रुचि दिखाई है. हमने अपने वाणिज्यिक साझेदार टाटा समूह को अनुरोध प्रेषित कर दिया है.

Advertisement
भारत की इस जांच तकनीक में नीदरलैंड ने दिखाई रुचि
  • 4/5

CSIR के महानिदेशक ने यह भी कहा कि फेलूदा जांच तकनीक स्वदेशी है और वैश्विक स्तर पर इसका प्रयोग किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि फेलूदा जांच आर टी पीसीआर तकनीक से अधिक किफायती है.

भारत की इस जांच तकनीक में नीदरलैंड ने दिखाई रुचि
  • 5/5

बता दें कि भारत के औषधि महानियंत्रक ने फेलूदा के व्यावसायिक उपयोग को मंजूरी दे दी थी. इस तकनीक का नाम फिल्मकार सत्यजीत रे के जासूसी किरदार फेलूदा के नाम पर रखा गया है. इसे CSIR के जिनोमिकी और समवेत जीव विज्ञान संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित किया गया है.

Advertisement
Advertisement