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कोरोना

लॉकडाउन में पेड़-पौधों की देखभाल को डॉक्टर ने बनाई 'ग्रीन एम्बुलेंस'

लॉकडाउन में पेड़-पौधों की देखभाल को डॉक्टर ने बनाई 'ग्रीन एम्बुलेंस'
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भारत में कोरोना वायरस का कहर जारी है. इस महामारी के संक्रमण को कम करने के लिए पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन किया गया है. इन सबके बीच कभी-कभी ऐसी तस्वीरें सामने आ जाती हैं जो इस कठिन घड़ी में सुकून पहुंचाती हैं. ऐसी ही एक तस्वीर सामने आई है जहां पौधों की देखभाल की जा रही है.
लॉकडाउन में पेड़-पौधों की देखभाल को डॉक्टर ने बनाई 'ग्रीन एम्बुलेंस'
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दरअसल, लॉकडाउन में हर कोई किसी की मदद करता दिख रहा है. कोई बेसहारा और जरूरतमंदों को राशन मुहैया करा रहा है तो कोई बेजुबानों को चारा लेकिन ऐसे में पूरे वातावरण को महफूज रखने वाले पौधों की देखभाल कम ही लोग कर पा रहे होंगे. अब उनकी देखभाल करने का भी एक तरीका सामने आया है.

लॉकडाउन में पेड़-पौधों की देखभाल को डॉक्टर ने बनाई 'ग्रीन एम्बुलेंस'
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यह मामला उत्तर प्रदेश के बागपत जिले का है. यहां बड़ौत क्षेत्र के एक डॉक्टर दिनेश बंशल हरित प्राण ट्रस्ट के जरिए पौधों की देखभाल कर रहे हैं. इसी कड़ी में उन्होंने लॉकडाउन में सूख रहे इन पौधों को बचाने के लिए हरित एम्बुलेंस निकाली है.
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इस एम्बुलेंस के माध्यम से बाजारों और सड़कों के किनारे लगे पौधों को पानी दिया जाएगा ताकि वो जीवित रह सकें. डॉक्टर दिनेश बंसल का कहना है कि लॉकडाउन के दौर में पेड़-पौधों की देखभाल नहीं हो पाती, ये सूख भी सकते हैं. इसलिए उन्हें इस तरह से पानी और अन्य चीजें दी जाएंगी.
लॉकडाउन में पेड़-पौधों की देखभाल को डॉक्टर ने बनाई 'ग्रीन एम्बुलेंस'
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मालूम हो कि देश में कोरोना वायरस का कहर रोके नहीं रुक रहा. मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 6700 से ज्यादा हो गई है. साथ ही इसकी चपेट में आकर 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
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