दुनिया भर के कई देशों में कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत हो गई है. इसी बीच नॉर्वे के इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ ने शुक्रवार को बताया कि फाइजर ने फैसला किया है कि यूरोप में वैक्सीन की सप्लाई अस्थाई रूप से सीमित की जाएगी. यह अस्थायी कमी सभी यूरोपीय देशों को प्रभावित करेगी.
दरअसल, रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नॉर्वे की एजेंसी ने अपने एक बयान में बताया है कि फाइजर की तरफ से यह संदेश शुक्रवार को दिया गया है. एजेंसी ने कहा कि हमें अगले सप्ताह तक फाइजर से वैक्सीन की 43,875 खुराक की उम्मीद थी. लेकिन अब ऐसा प्रतीत होता है कि हमें 36,075 खुराकें ही मिलेंगी.
रिपोर्ट के मुताबिक, डिलीवरी में कमी का कारण उत्पादन क्षमता को बढ़ाना है. इसे प्रति वर्ष 1.3 अरब खुराक से दो अरब तक बढ़ाने का लक्ष्य है. नार्वे की एजेंसी ने यह भी कहा कि यह कमी सभी यूरोपीय देशों को प्रभावित करेगी. हालांकि यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि फाइजर को अधिकतम उत्पादन क्षमता तक पहुंचने में कितना समय लगेगा.
एक तथ्य यह भी है कि फाइजर की तरफ से यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब फाइजर वैक्सीन सवालों के घेरे में है. नॉर्वे में ही फाइजर वैक्सीन लगने के बाद 13 लोगों की मौत हो गई है. इन मौतों के लिए वैक्सीन के साइड इफेक्ट को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. मरने वाले ये सभी लोग बुजुर्ग और कमजोर थे.