जर्मनी के कुछ क्षेत्रों में बार-बार कोरोना नियम तोड़ने वाले लोगों को रिफ्यूजी कैंप में क्वारनटीन किया जाएगा. जर्मनी कोरोना वायरस से बुरी तरह जूझ रहा है. इसी वजह से जर्मनी के पूर्वी राज्य सक्सनी और ब्रैडेनबर्ग के अधिकारियों ने कहा है कि अगले हफ्ते से रिफ्यूजी कैंप के एक हिस्से में कोरोना नियम तोड़ने वाले लोगों को रखा जाएगा.
(फोटोज- AFP)
वहीं, जर्मनी के बाडेन वुरटेम्बर्ग के अधिकारियों ने कहा है कि यहां हॉस्पिटल के दो कमरों में ही कोरोना नियम तोड़ने वाले लोगों को बंद किया जाएगा और यहां पर निगरानी के लिए पुलिस की तैनाती की जाएगी. स्लेसविग-होल्सटीन में जुवेनाइल डिटेंशन सेंटर में नियम तोड़ने वाले लोगों को रखा जाएगा.
कानून के जानकारों ने कहा है कि डिजीज प्रोटेक्शन एक्ट के तहत जर्मनी की सरकार के पास लोगों को हिरासत में लेने का अधिकार है. इस कानून को जर्मनी ने पिछले साल मार्च में पास किया था और नवंबर में रिन्यू भी किया गया था. हालांकि, लोगों को रिफ्यूजी कैंपों में बंद करने के सरकार के आदेश की आलोचना भी शुरू हो गई है. दूसरी ओर, महामारी को काबू नहीं करने के लिए भी सरकार पर काफी सवाल उठ रहे हैं.
देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ने के बाद जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्कल लंबे वक्त के लिए लॉकडाउन लागू करने पर विचार कर रही है. देश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को भी लंबे वक्त तक बंद रखा जा सकता है.