आपने कोरोना वायरस की कई तस्वीरें देखीं. रंग-बिरंगी, डरावनी और ब्लैक एंड व्हाइट वो भी माइक्रोस्कोपिक तस्वीरें. यानी जो माइक्रोस्कोप के अंदर से ली गई थीं. लेकिन क्या आपने उस मास्क की तस्वीर माइक्रोस्कोप के नीचे से देखी है. यानी माइक्रोस्कोप द्वारा ली गई फेस मास्क की वो तस्वीर जिसे लोग कोरोना से बचने के लिए पहन रहे हैं. आइए आपको दिखाते हैं इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप (Electron Microscope) से ली गई फेस मास्क की तस्वीर. (फोटोः EP Vicenzi)
ये तस्वीरें ली हैं ईपी विसेंजी (EP Vicenzi) ने. विसेंजी स्मिथसोनियन म्यूजियम कंजरवेशन इंस्टीट्यूट में साइंटिस्ट हैं. इन तस्वीरों को लेने में उन्होंने NIST की मदद भी ली है. इन तस्वीरों को लेते समय इस बात का ध्यान रखा गया है कि तस्वीरें 25 माइक्रोमीटर स्केल पर ली गई जाएं. यानी एक मीटर का दस लाखवां भाग. (फोटोः EP Vicenzi)
इस तस्वीर में आप देखेंगे कि आपको फेस मास्क के धागे दिख रहे हैं. जो कि रेयॉन से बने हैं. आमतौर पर रेयॉन को सिंथेटिक माना जाता है लेकिन ये पौधों से बनता है. इस तस्वीर को लेने के लिए इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप को और जूम किया गया. यानी 500 से 50 माइक्रोमीटर तक की तस्वीर ली गई. इसमें आपको धागे के ऊपर कुछ छोटे-छोटे कण भी दिखाई देंगे, जो कि हमारी नाक से निकली छींक की बूंदें, मुंह से निकली पानी की बूंदें हो सकती हैं. (फोटोः EP Vicenzi)
जिन मास्क में पॉलीस्टर फाइबर का उपयोग किया जाता है, उनकी तस्वीर लेने के लिए 75 माइक्रोमीटर स्केल सेट किया गया था. पॉलीस्टर फाइबर से बनाए गए मास्क को एक्सट्रूशन प्रोसेस से निकलना पड़ता है. (फोटोः EP Vicenzi)
इस तस्वीर में आप देखेंगे कि धागे एकदूसरे के ऊपर निकल रहे हैं. ये फेस मास्क कॉटन से बनाए गए हैं. इनकी तस्वीरें लेने के लिए 125 माइक्रोमीटर का स्केल रखा गया था. इस मास्क में दिख रहे धागे लगभग इंसान के शरीर में पाए जाने वाले बाल की चौड़ाई के बराबर होते हैं. (फोटोः EP Vicenzi)
ये तस्वीर इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप की स्कैनिंग करके निकाली गई है. इसमें पॉलीस्टर फेस मास्क के धागे दिख रहे हैं. इनकी तस्वीर भी 125 माइक्रोमीटर्स की स्केल पर निकाली गई है. इन तस्वीरों में आपको धागे थोड़े नुकीले और टूटे हुए दिखाई पड़ेंगे. (फोटोः EP Vicenzi)
पॉलीस्टर फाइबर से बने फेस मास्क बनाते समय पॉलीमर धागों को एक बुरी तरह से दबाया जाता है. उन्हें एक पास्ता मेकर की तरह पतले रास्ते से निकाला जाता है, ऐसा दो तरफ से किया जाता है इसलिए धागे एक दूसरे के ऊपरा हॉरीजोंटली और वर्टिकली चढ़ जाते हैं. इसकी तस्वीर 75 माइक्रोमीटर के स्केल पर ली गई है. (फोटोः EP Vicenzi)
अगर N95 रेस्पिरेटर्स फेस मास्क की बात करें तो आप इसमें तीन लेयर देखेंगे. इसमें फाल्स कलर इमेजिंग की गई है. इसमें आप देखेंगे मास्क के अंदर बैंगनी रंग का एक फिल्टर लगा है. जिसके दोनों तरफ सुरक्षात्मक परत चढ़ाई गई है. इस मास्क की तस्वीर लेने के लिए इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप के स्केल 250 माइक्रोमीटर किया गया था. (फोटोः EP Vicenzi)
पॉलीस्टर फेस मास्क को अगर ध्यान से देखेंगे तो आपको उसके अंदर धागों की बेहतरीन और सटीक बुनावट दिखाई देगी. ये चौकोर डिब्बों को सलीके से रखने जैसे दिखाई देते हैं. इनकी तस्वीर 250 माइक्रोमीटर स्केल पर ली गई है. (फोटोः EP Vicenzi)