जापान की एक कंपनी ने ऐसा यूवी (Ultraviolet) लैंप लॉन्च किया है जो इंसानी शरीर को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता, लेकिन कोरोना वायरस को मार देता है. परंपरागत यूपी लैंप का इस्तेमाल इसलिए नहीं किया जाता क्योंकि इससे स्किन कैंसर और आंखों की समस्या होने का खतरा रहता है. लेकिन नए लैंप में कैंसर से बचाव के लिए खास उपाए किए गए हैं. इसे दुनिया में इस तरह की पहली डिवाइस समझा जा रहा है.
scmp.com की रिपोर्ट के मुताबिक, जापान की कंपनी उशिओ ने नया यूवी लैंप लॉन्च कीृिय है. परंपरागत यूवी लैंप से 254 नैनोमीटर वेवलेंथ की किरणें निकलती हैं, लेकिन नए लैंप से 222 नैनोमीटर की यूवी किरणें बाहर आएंगी जो इंसानों के लिए नुकसानदायक नहीं होंगी. कंपनी ने कहा है कि इस यूवी लैंप की कीमत करीब 2 लाख 10 हजार रुपये है.
उशिओ जापान की प्रमुख लाइट इक्विपमेंट कंपनी है. कोलंबिया यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स के साथ मिलकर कंपनी ने नए लैंप को तैयार किया है. इसे Care 222 नाम दिया गया है. कंपनी ने कहा है कि उम्मीद की जा रही है कि इस यूवी लैंप का इस्तेमाल बस, ट्रेन, लिफ्ट और दफ्तरों में किया जाएगा.
मेडिकल और फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री में पहले से रोगाणुनाशन के लिए यूवी लाइट का इस्तेमाल किया जाता रहा है, लेकिन खतरे की वजह से वैसी जगहों पर उपयोग नहीं किया जाता जहां लोग मौजूद रहते हों.
कंपनी का दावा है कि नए लैंप से 222 नैनोमीटर की यूवी किरणें बाहर आती हैं और यह स्किन में अंदर नहीं पहुंचती. ना ही आंखों को नुकसान पहुंचाती है. वहीं, यह 6 से 7 मिनट में वायरस और बैक्टिरिया को 99 फीसदी तक खत्म करने में सक्षम है.
कंपनी ने कहा है कि हिरोशिमा यूनिवर्सिटी की एक स्टडी में भी इस बात की पुष्टि हुई है कि 222 नैनोमीटर की यूवी किरणें कोरोना वायरस को मार देती हैं.