साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थितियों में, सरकार को इस वर्ग के लोगों को भोजन की व्यवस्था करानी चाहिए लेकिन सरकार ये काम केवल अकेले नहीं कर सकती. इसलिए, जो लोग संगठित क्षेत्रों में कार्यरत हैं, या अमीर हैं या फिर जिन्हें मासिक वेतन मिलता है उन्हें गरीबों की मदद के लिए आगे आना चाहिए. (प्रतीकात्मक फोटो)