कोरोना वायरस के प्रकोप को कम करने के लिए अब 3 मई तक के लिए लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है. पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश को संबोधित करते हुए इसकी जानकारी दी. पीएम मोदी के ऐलान के बाद भारतीय रेलवे ने भी सभी पैसेंजर और मेल एक्सप्रेस ट्रेनों को 3 मई तक के लिए बंद रखने का फैसला लिया है.
इसके अलावा फ्लाइट सेवा भी 3 मई तक के लिए बंद रहेगी. ऐसे में सवाल है कि इस अवधि में जिन लोगों ने यात्रा
की प्लानिंग कर रखी है या टिकट करा रखा है, उनका क्या होगा. उन्हें रिफंड मिलेगा या नहीं. आइए विस्तार से
जानते हैं..
अगर आपने इंटरनेट से रेल टिकट करा रखा है तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है. दरअसल, बीते दिनों आईआरसीटीसी ने बताया था कि यात्री की ओर से ई-टिकट को रद्द करने की आवश्यकता नहीं है. अगर यात्री अपनी टिकट को रद्द करता है, तो संभावना है कि उसे कम पैसा मिले. यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे उन ट्रेनों के लिए ई-टिकट को रद्द न करें, जिन्हें रेलवे ने रद्द कर दिया है.
आईआरसीटीसी के मुताबिक ई-टिकट की बुकिंग के लिए यात्री द्वारा इस्तेमाल
किये गये खाते में उसका पूरा पैसा भेज दिया जायेगा. रेलगाड़ी रद्द होने के मामले
में रेलवे द्वारा कोई शुल्क नहीं काटा जाता है.
वहीं अगर आपने
काउंटर से रेल टिकट ले रखा है तो आपको 21 जून तक रिफंड मिल जाएगा. रेलवे की
ओर से बार-बार कहा जा रहा है कि यात्रियों को पूरा पैसा लौटाया जाएगा. ऐसे
में जरूरी है कि आप निश्चिंत रहें और 3 मई के बाद की भी प्लानिंग सोच-समझ
कर करें.
बता दें कि रेलवे कंट्रोल ऑफिस, चार कम्युनिकेशन और फीडबैक प्लेटफार्म्स - हेल्पलाइन-139, 138, App, ट्विटर और ईमेल (railmadad@rb.railnet.gov.in) की 24x7 निगरानी कर रहा है. कहने का मतलब ये है कि इन सभी जगह से आप अपने हर सवालों का जवाब ले सकते हैं.
वहीं, फ्लाइट का टिकट ले रखा है तो रिफंड के लिए आपको अपनी एयरलाइन कंपनी से संपर्क करना होगा . दरअसल, एयरलाइन कंपनियों ने अभी आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी है.
एयरलाइन कंपनियां टिकट कैंसिल के रिफंड को लेकर तरह-तरह के स्कीम्स दे रही हैं. मसलन, रिफंड लेने की बजाए आप आगे किसी रूट में टिकट ले सकते हैं.
इसकी अवधि 1 साल की होगी. ऐसे में जरूरी है कि आप अपनी एयरलाइन कंपनी से संपर्क करें और उनसे रिफंड के बारे में पूरी जानकारी लें.