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कोरोना

लॉकडाउन में बेचैन हुए यात्री, रेलवे ने दिए 2 लाख सवालों के जवाब

लॉकडाउन में बेचैन हुए यात्री, रेलवे ने दिए 2 लाख सवालों के जवाब
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लॉकडाउन की वजह से भारतीय रेलवे की पैसेंजर्स ट्रेनें बंद हैं. इस माहौल में रेलवे को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल चल रहे हैं. यही वजह है कि लॉकडाउन के शुरुआती 15 दिनों में रेलवे से 2 लाख से अधिक सवाल पूछे गए हैं. ये सामान्य दिनों से कई गुना ज्यादा है. यह जानकारी खुद रेल मंत्रालय की ओर से दी गई है.

लॉकडाउन में बेचैन हुए यात्री, रेलवे ने दिए 2 लाख सवालों के जवाब
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आंकड़ों के मुताबिक रेलवे कर्मियों ने लॉकडाउन के पहले दो हफ्तों में कम्‍युनिकेशन प्लेटफार्म्स पर 2,05,000 से अधिक सवालों के जवाब दिए गए हैं. इनमें से 90 फीसदी (1,85,000 से अधिक) सवालों का जवाब फोन पर सीधे बातचीत के माध्यम से दिया गया.

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रेलवे कंट्रोल ऑफिस, चार कम्‍युनिकेशन और फीडबैक प्लेटफार्म्स - हेल्पलाइन-139, 138, सोशल मीडिया (App, ट्विटर) और ईमेल (railmadad@rb.railnet.gov.in) की 24x7 निगरानी कर रहा है. ऐसा लॉकडाउन के दौरान रेलवे प्रशासन और आम जनता के बीच सूचना और सुझावों के निर्बाध प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है.
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किस तरह के पूछे गए सवाल?

ज्यादातर सवाल ट्रेन सेवाओं के शुरू होने और रिफंड नियमों को ढीला किए जाने से संबंधित रहे. वहीं सोशल मीडिया पर रेलवे की ओर से किए जा रहे प्रयासों की सराहना भी खूब हुई है.
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रेलवे के जिन प्रयासों की सराहना की जा रही है, उनमें आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई करने वाली मालवाहक गाड़ियों का परिचालन, वैगनों के देर से छूटने के लिए जुर्माने से माफी आदि शामिल हैं.

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इसके अलावा रेलवे की ओर से कोचों को अस्पताल के वार्डों में परिवर्तित करना, भोजन के पैकेटों का वितरण, कोविड -19 से लड़ने के लिए आवश्यक पीपीई, सैनिटाइज़र और अन्य उपकरण तैयार करना भी लोगों को पसंद आ रहा है.
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बता दें कि लॉकडाउन की वजह से भारतीय इतिहास में पहली बार इतने दिनों से पैसेंजर्स ट्रेनें बंद हैं. हालांकि, माल ढुलाई की गाड़ियां अब भी चल रही हैं. 

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