medRxiv.org पर प्रकाशित आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों के मुकाबले वैक्सीन लगाने वाले वॉलेंटियर्स में एंटीबॉडी का स्तर करीब पांच गुना (4.6X) तक अधिक पाया गया. फाइजर के वैक्सीन डेवलपमेंट के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट विलियम ग्रूबर ने कहा कि शरीर वैक्सीन को जितना अधिक बर्दाश्त करेगा, वैक्सीन की स्वीकार्यता उतनी अधिक बढ़ेगी.