प्रेग्नेंट महिलाओं को कोरोना वैक्सीन लगाई जाए या नहीं, इसको लेकर अलग-अलग देशों ने अलग-अलग नियम बनाए हैं. इसके पीछे वजह है कि वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल में प्रेग्नेंट महिलाओं को शामिल नहीं किया गया था. इसी वजह से भारत में फिलहाल प्रेग्नेंट महिलाओं को कोरोना वैक्सीन नहीं लगाने को कहा गया है. लेकिन इजरायल ने कहा है कि प्रेग्नेंट महिलाओं को भी कोरोना वैक्सीन (फाइजर वाली) लगाई जाएगी. आइए जानते हैं, इजरायल ने इसके पीछे क्या तर्क दिया है...
(फोटोज- AFP)
इजरायल में फाइजर की कोरोना वैक्सीन इस्तेमाल की जा रही है. इजरायल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि वैक्सीन लगवाने वाले लोगों की प्रायरिटी लिस्ट में प्रेग्नेंट महिलाओं को भी शामिल किया जा रहा है, क्योंकि प्रेग्नेंसी के दौरान वैक्सीन लगवाने से नुकसान होने का कोई सबूत नहीं मिला है. बता दें कि इजरायल अपनी आबादी के टीकाकरण में अमेरिका-ब्रिटेन से भी आगे निकल गया है. करीब 90 लाख की आबादी वाले इजरायल में 33 लाख वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है.
इजरायल के स्वास्थ्य मंत्रालय का यह भी कहना है कि कोरोना से संक्रमित होने पर प्रेग्नेंट महिलाओं के गंभीर बीमार पड़ने का खतरा अधिक रहता है. इसकी वजह से भी उन्हें वैक्सीन दी जानी चाहिए.
ब्रिटेन सरकार ने कहा है कि प्रेग्नेंट महिलाओं को आमतौर पर वैक्सीन न दी जाए, लेकिन अगर वे हाई रिस्क में आती हैं तो उन्हें वैक्सीन दी जा सकती है. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के मैटर्नल एंड चाइल्ड पॉपुलेशन की प्रोफेसर मैरियन नाइट कहती हैं कि प्रेग्नेंट महिलाओं को वैक्सीन लगाने पर सुरक्षा का खतरा नहीं है.
अमेरिका की प्रमुख स्वास्थ्य संस्था सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन ने कहा है कि जो प्रेग्नेंट महिलाएं कोरोना वैक्सीन लगवाना चाहती हैं कि उन्हें अपने डॉक्टर से चर्चा करके ऐसा करना चाहिए. यूरोप की मेडिसीन एजेंसी का भी कहना है कि प्रेग्नेंट महिलाओं को फाइजर की कोरोना वैक्सीन लगाने का फैसला रिस्क फैक्टर के मूल्यांकन के आधार पर लिया जाना चाहिए.