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कोरोना

दक्षिण-पूर्व एशिया के ये 4 देश न बन जाएं नए कोरोना हॉटस्पॉट

नई चिंताः दक्षिण-पूर्व एशिया के ये 4 देश न बन जाएं नए कोरोना हॉटस्पॉट
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अब कोरोना वायरस सिर्फ चीन, अमेरिका और यूरोप में ही अपना गढ़ नहीं बना रहा है. उसका अगला गढ़ हो सकता है दक्षिण-पूर्व एशिया. यानी फिलीपींस, इंडोनेशिया, मलेशिया और सिंगापुर. पिछले 24 घंटों में इन चार देशों में 28 हजार से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आए हैं. (फोटोः AFP)
नई चिंताः दक्षिण-पूर्व एशिया के ये 4 देश न बन जाएं नए कोरोना हॉटस्पॉट
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अब वैज्ञानिकों को चिंता है कि कहीं इन चार देशों को कोरोना वायरस अपना नया हॉटस्पॉट न बना ले. इन चार देशों में ही दक्षिण-पूर्व एशिया के 87.9 प्रतिशत मामले हैं. (फोटोः AFP)
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यूरोप और अमेरिका की तुलना में इन देशों में आंकड़े बहुत कम हैं. लेकिन विभिन्न स्टडी और विशेषज्ञों की माने तो इन देशों में टेस्ट की कम संख्या इसका बड़ा कारण हो सकता है. (फोटोः AFP)
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अभी तक सुरक्षित माने जा रहे सिंगापुर में भी पिछले दो हफ्तों में कोरोना वायरस के मामलों में नाटकीय इजाफा हुआ है. पिछले 24 घंटे में ही 1400 से ज्यादा मामले सामने आए हैं. (फोटोः रॉयटर्स)
नई चिंताः दक्षिण-पूर्व एशिया के ये 4 देश न बन जाएं नए कोरोना हॉटस्पॉट
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थिंक टैंक सिंगापुर इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स के प्रमुख साइमन ताई कहते हैं कि हमें इन देशों में कोरोना वायरस की जांच की संख्या में तेजी से इजाफा करना होगा, नहीं तो बहुत ज्यादा मुश्किल हो जाएगी. (फोटोः रॉयटर्स)
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अभी तक दक्षिण-पूर्व एशिया में ब्रुनेई और सिंगापुर ही बेहतरीन काम कर रहे हैं. दोनों देशों में क्रमशः 10 लाख लोगों पर 26 हजार और 16 हजार टेस्ट हुए हैं. (फोटोः रॉयटर्स)
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वहीं, मलेशिया, थाईलैंड और वियतनाम में 5 हजार से भी कम टेस्ट हो रहे हैं. ऐसा ही किया था अमेरिका और यूरोपीय देशों ने. नतीजा आपके सामने हैं. अमेरिका, स्पेन, इटली और फ्रांस में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस के मामले हैं. साथ ही सबसे ज्यादा मौतें भी इन्हीं देशों में हुई हैं. (फोटोः रॉयटर्स)
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