विश्व स्वास्थ्य संगठन के अध्यक्ष एडहैनम गेब्रियेसस टेड्रॉस के मुताबिक, कोरोना वायरस संक्रमण की चेन को पूरी तरह से तोड़ने के लिए संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए हर एक शख्स की जांच बेहद जरूरी है और जरूरत पड़ने पर उसे आइसोलेट भी किया जाना चाहिए. ऐसा किए बगैर सोशल डिस्टैंसिंग के नियमों में ढील देते ही कोरोना वायरस फिर से लौट आएगा. न्यू यॉर्क टाइम्स ने अपने एक संपादकीय में लिखा है, अमेरिकी अधिकारी इससे सबक लेना नहीं चाह रहे हैं. कई शहरों में जहां वायरस तेजी से फैलने लगा है और कुछ दिन में ही केस दोगुने हो रहे हैं, वहां सोशल डिस्टैंसिंग के साथ-साथ WHO के दिशानिर्देश के अनुसार संक्रमण के संभावित खतरे वाले लोगों को ढूंढकर जरूरी टेस्ट नहीं किए जा रहे हैं. कई जगहों पर तो कुछ डॉक्टर्स के भी कोरोना संक्रमित होने का शक है लेकिन उन्हें काम जारी रखने की सलाह दी जा रही है.