ब्रिटेन के वैज्ञानिकों के एक समूह ने कहा है कि कोरोना खत्म करने के लिए कुत्ते और बिल्ली को भी भविष्य में वैक्सीन लगाना पड़ सकता है. वैज्ञानिकों का कहना है कि पालतू जानवरों से इंसानों के कोरोना संक्रमित होने के खतरे की वजह से कुत्ते और बिल्ली जैसे पालतू जानवरों को वैक्सीन दिए जाने की जरूरत पड़ सकती है.
(सभी फोटोज- Reuters)
ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ इस्ट एंगलिया, इयरलैम इंस्टीट्यूट और मिन्नेसोटा यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने Virulence जर्नल के एक लेख में पालतू जानवरों के वैक्सीनेशन की चर्चा की है. पिछले साल डेनमार्क में ऊदबिलाव वाले कोरोना वैरिएंट से सैकड़ों लोग संक्रमित हो गए थे. इसके बाद लाखों ऊदबिलावों को मार दिया गया था.
यूनिवर्सिटी ऑफ इस्ट एंगलिया के प्रोफेसर कॉक वैन ऊस्टरहूट ने कहा है कि यह समझदारी वाली बात होगी कि पालतू जानवरों के लिए भी कोरोना वैक्सीन तैयार किया जाए. उन्होंने कहा कि रूस ने पालतू जानवरों के लिए वैक्सीन तैयार करना शुरू भी कर दिया है.
Virulence जर्नल के एडिटर-इन-चीफ केविन टिलर का कहना है कि बिल्लियों में कोरोना के लक्षण नहीं दिखते, लेकिन वे संक्रमित हो सकती हैं और दूसरों में भी वायरस फैला सकती हैं. उन्होंने कहा कि जानवरों के कोरोना संक्रमित होने की वजह से कोरोना के नए वैरिएंट भी सामने आ सकते हैं और फिर इंसानों पर हमला कर सकते हैं.
वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना वायरस कुत्ते, बिल्ली, मिंक सहित कई और जंगली और पालतू जानवरों को संक्रमित कर सकता है. इसलिए भविष्य में इनके वैक्सीनेशन की जरूरत हो सकती है. बता दें कि अब तक दुनिया में इंसानों में कोरोना के कुल मामलों की संख्या 9 करोड़ 98 लाख से अधिक हो चुकी है और 21 लाख 40 हजार लोगों की मौतें भी हो चुकी हैं.