एक महिला कोरोना वायरस से संक्रमित होने के छह महीने बाद भी ठीक से चल नहीं पा रही है, न काम कर पा रही है और न ही बच्चों के साथ खेल भी पाती है. 33 साल की महिला कोरोना पॉजिटिव होने से पहले फिट और हेल्दी हुआ करती थी.
कोरोना वायरस की वजह से छह महीने बाद भी बीमार रहने वाली इस महिला का नाम जेस मार्चबैंक है. ब्रिटेन की रहने वालीं जेस पेशे से नर्स हैं और दो बच्चों की मां भी. कोरोना महामारी के शुरुआती दिनों में ही वह संक्रमित हो गई थीं. मार्च में सिर्फ 3 दिन हॉस्पिटल में रहने के बाद उन्हें घर जाने की इजाजत दे दी गई थी.
मार्च से अब तक घर में रहने के बावजूद जेस पूरी तरह ठीक नहीं हो पाई हैं. अब वह लोगों को चेतावनी देते हुए कोरोना से लंबे समय तक पड़ने वाले असर के बारे में बताती हैं. उन्होंने कहा- 'मैं असल में महसूस नहीं कर पा रही कि जी रही हूं. फटीग की वजह से शारीरिक रूप से मैं कुछ नहीं कर पा रही.' जेस को सांस लेने में भी तकलीफ होने लगती है.
बता दें कि दुनियाभर के एक्सपर्ट डॉक्टर अब तक ठीक तरीके से समझ नहीं पाए हैं कि कोरोना वायरस की वजह से कितने लंबे वक्त तक लोगों पर बुरा असर मौजूद रह सकता है. फिलहाल जेस कार्डियोलॉजिस्ट से मिल रही हैं और उनकी मॉनिटरिंग की जा रही है.
हालांकि, कोरोना वायरस से कई महीने तक बीमार रहने वाली जेस अकेली नहीं हैं. ब्रिटेन की ही एक स्टडी में पता चला है कि हजारों लोग ऐसे हैं जिनमें तीन महीने से अधिक वक्त तक कोरोना वायरस के लक्षण मौजूद रहे. हालांकि, कुल मिलाकर देखें तो अब तक ऐसे मरीजों पर एक्सपर्ट कम ही ध्यान दे पाए हैं, क्योंकि ज्यादातर रिसर्च कोरोना से जान बचाने और वैक्सीन को लेकर हो रही हैं.