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कोरोना से राहत के संकेत, भारत में इस सप्ताह 8 महीने में सबसे कम केस

लंबे समय तक विकराल रूप दिखाने वाले कोरोना से अब थोड़ी राहत मिलती दिख रही है. दरअसल, बीते एक सप्ताह में कोरोना के जितने मामले सामने आए हैं वह 8 महीनों में सबसे कम हैं. कोरोना मामलों में ये गिरावट सबसे ज्यादा गंभीर स्थिति वाले राज्यों में मामलों में कमी के चलते देखने को मिली है.

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Drop in Corona cases
Drop in Corona cases
स्टोरी हाइलाइट्स
  • केरल में गिरे कोरोना के मामले
  • 98.12 फीसदी पहुंचा भारत में कोरोना का रिकवरी रेट

लंबे समय से देश और दुनिया के लिए काल बना कोरोना अभी भी पूरी तरह से खत्म होने का नाम नहीं ले रहा. हालांकि इस बीच राहत की बात यह है कि बीते सप्ताह 22-28 फरवरी के बाद लगभग आठ महीनों में सबसे कम 2,40,797 साप्ताहिक केस देखे गए. 11 से 17 अक्टूबर के दौरान देश में 1,515 मौतें हुईं, जो पिछले सप्ताह के 1,776 से 14.6% कम रहीं. कोरोना मामलों में ये गिरावट सबसे ज्यादा गंभीर स्थिति वाले राज्यों में मामलों में कमी के चलते देखने को मिली है. कोरोना की सबसे ज्यादा मार झेल रहे केरल में इस दौरान 59,521 मामले देखने को मिले. ये आंकड़ा पिछले सप्ताह की तुलना में 20.2% कम हुआ है. हालांकि देश के कुल मामलों का 54 प्रतिशत अब भी केरल से ही है.

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इसके अलावा इस सप्ताह कोरोना मामलों में महाराष्ट्र में भी 25 प्रतिशत की गिरावट देखी गई. इस सप्ताह के दौरान 13,825 नए मामले दर्ज किए गए, जो पिछले सप्ताह में 18523 थे. यह 31 मई- 6 जून के बाद से चार महीनों में राज्य में साप्ताहिक मामलों में सबसे तेज गिरावट थी.  इसके अलावा आंध्र प्रदेश में साप्ताहिक मामलों में 28.3% की गिरावट दर्ज की गई, जबकि कर्नाटक में 22.5% की गिरावट दर्ज की गई. तमिलनाडु में साप्ताहिक संक्रमण में 9.7% की गिरावट आई है. वहीं मिजोरम में कोरोना मामलों में 16.4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई.  बंगाल और ओडिशा में भी मामलों में गिरावट आई, हालांकि दुर्गा पूजा समारोह के कारण बंगाल में कोरोन टेस्टिंग प्रभावित हुआ. 

इधर, बीते 24 घंटों की बात करें को यहां भी राहत देखने को मिली है. देश में 24 घंटे में कोरोना के 13,596 नए केस सामने आए हैं. ये आंकड़ा 230 दिन में सबसे कम है. इसके अलावा इस एक दिन में 19,582 लोग ठीक भी हुए हैं. वहीं रिकवरी रेट 98.12 फीसदी पहुंच गया है, जो कि मार्च 2020 के बाद सबसे ज्यादा है. कुल मामलों की तुलना में एक्टिव मरीज 0.56 फीसदी रह गए हैं.  

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