देश में कोरोना वायरस की बढ़ती रफ्तार के कारण हाहाकार मचा है. देश के अलग-अलग हिस्सों में इस वक्त अस्पतालों में बेड्स के लिए मारामारी जैसे हालात हैं. लेकिन इस सबके बीच वैक्सीनेशन के मोर्चे पर कुछ राहत देने वाली खबर आई है. ICMR की एक स्टडी का दावा है कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन कोरोना के कई म्यूटेंट पर कारगर साबित होती है.
ICMR की राहत देने वाली स्टडी
वैक्सीनेशन अभियान के बीच ICMR की ओर से एक राहत भरी खबर भी आई है. भारत बायोटेक की कोवैक्सीन कोरोना के अलग-अलग म्यूटेंट के खिलाफ असर करती है. आईसीएमआर की स्टडी के मुताबिक, ये वैक्सीन कोरोना के यूके, ब्राजील और अफ्रीकन वेरिएंट को मात देने में कारगर है. इतना ही नहीं ये डबल म्यूटेंट के खतरे को भी दूर करती है.
आपको बता दें कि भारत में कोरोना के इस वक्त कई म्यूटेंट एक्टिव हो गए हैं. यूके, ब्राजील, अफ्रीकन स्ट्रेन से जुड़े कई मामले पहले ही भारत में पाए जा चुके हैं. बीते दिनों ये बात सामने आई थी कि अब भारत में देसी वैरिएंट तैयार हो गया है, जिसके सबसे अधिक केस बंगाल में सामने आए हैं. ऐसे में आईसीएमआर की नई स्टडी एक उम्मीद जगाती है.
ICMR study shows #COVAXIN neutralises against multiple variants of SARS-CoV-2 and effectively neutralises the double mutant strain as well. @MoHFW_INDIA @DeptHealthRes #IndiaFightsCOVID19 #LargestVaccineDrive pic.twitter.com/syv5T8eHuR
— ICMR (@ICMRDELHI) April 21, 2021
देश में तेज हो रही है वैक्सीनेशन की रफ्तार
अगर वैक्सीनेशन की बात करें तो देश में अबतक कोरोना वैक्सीन की 13 करोड़ डोज़ दी जा चुकी हैं. इतनी डोज़ लगाने के लिए भारत ने सिर्फ 95 दिन लिए हैं, जो किसी भी देश से सबसे कम हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि भारत ने 13 करोड़ डोज़ लगाने के लिए सबसे कम वक्त लिया है. अमेरिका ने इतने ही डोज 101 दिनों में लगाए थे, जबकि चीन को ये आंकड़ा छूने में 109 दिन लग गए थे.
ताजा आंकड़ों के मुताबिक, भारत में अबतक 13,01,19,310 वैक्सीन की डोज़ दी जा चुकी हैं. बीते 24 घंटे में भारत में करीब 30 लाख डोज़ लगाई गई हैं.
देश में कुल 8 राज्य ऐसे हैं, जहां कुल आंकड़े की करीब 60 फीसदी डोज़ लगाई गई हैं. इनमें महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और केरल शामिल हैं.
16 जनवरी से शुरू हुआ था अभियान
आपको बता दें कि भारत में वैक्सीनेशन का काम इसी साल 16 जनवरी को शुरू हुआ था, जिसमें सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई गई. 1 मार्च से 60 साल से अधिक उम्र वाले लोगों को वैक्सीन देना शुरू किया गया, जबकि 1 अप्रैल से 45 साल से अधिक उम्र वाले हर व्यक्ति को वैक्सीन दी जा रही है.
बीते दिनों ही भारत सरकार ने वैक्सीनेशन के दायरे को पूरी तरह खोल दिया है. एक मई से भारत में 18 साल से अधिक उम्र वाले हर व्यक्ति को वैक्सीन लगाई जाएगी. देश में अब सरकारी केंद्रों, प्राइवेट सेंटर्स के अलावा प्राइवेट प्लेयर, खुले बाजार में भी वैक्सीन उपलब्ध हो पाएगी.
भारत में बीते कुछ दिनों से कोरोना के आंकड़े बहुत अधिक बढ़ गए हैं, ऐसे में एक्सपर्ट वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने की बात कर रहे हैं. बीते 24 घंटे में ही देश में 2.95 लाख कोरोना केस दर्ज किए गए, जबकि 2 हजार से अधिक लोगों की मौत दर्ज हुई है.